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दरोगा के तीन साथियों की तलाश, आयकर ने भी शुरू की जांच
गोरखपुर: जांच के दौरान 50 लाख रुपये हड़पने के मामले में कोतवाली के बेनीगंज चौकी इंचार्ज आलोक सिंह और उसके साथी प्रिंस को पुलिस ने तो जेल भेज दिया है लेकिन गैंग के बाकी तीन साथियों की तलाश जारी है. उनके पास छह लाख रुपये होने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस टीम ने दरोगा व उसके एक साथी के पास से 44 लाख रुपये बरामद किए हैं. जबकि व्यापारी ने 50 लाख रुपये हड़पने की शिकायत की है. उधर आयकर विभाग ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है.
कोतवाली इलाके के बेनीगंज चौकी क्षेत्र अन्तर्गत लालाटोली के रहने वाले नवीन श्रीवास्तव ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि व्यापार के सिलसिले में प्रतिदिन रुपये का कलेक्शन कर देर शाम तक घर आते हैं. अगले दिन इन पैसों को बैंक में जमा कर देते हैं. 3 को व्यापार के 50 लाख रुपये एक थैले में रखकर चरनलाल चौराहे से बेनीगंज चौराहे के तरफ सुबह करीब 6 बजे बाइक से भाई गगन के साथ जा रहे थे. उन्हें बेनीगंज चौकी के पास चौकी इंचार्ज आलोक सिंह ने रोक लिया. उनके तीन-चार साथी भी सादे कपड़े थे. उन्होंने जांच के नाम पर पैसा चौकी के अंदर ले गए और बाद में हड़प लिया. नवीन की शिकायत पर एसएसपी ने चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने के बाद जांच शुरू कराई और चौकी इंचार्ज आलोक सिंह तथा उनके एक साथी राजेन्द्र नगर निवासी प्रिंस श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर पुलिस ने 44 लाख रुपये बरामद कर लिया.
रुपये के लालच में आकर दरोगा ने हड़प ली रकम: गिरफ्तारी की कार्रवाई के पूर्व अधिकारियों ने दरोगा को अपनी करतूत बताने का मौका दिया था. लेकिन वह सफेद झूठ बोलकर अधिकारियों को गुमराह करता रहा. उसे लगा कि पुलिस अधिकारी उसकी बात मान जाएंगे. लेकिन विभाग की साख बचाने को लेकर चिंता में डूबे अफसरों ने सख्त कार्रवाई का मन बना लिया था. सूत्रों के अनुसार, मामला पकड़े जाने के बाद दरोगा ने यह भी कहा कि रुपये देखकर उसे लालच आ गया.
बरामद नकदी किसकी इस पर होती रही चर्चा: चौकी इंचार्ज आलोक सिंह के पास से बरामद नकदी किसकी है? इस पर दिनभर शहर में चर्चा होती रही. लोग इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे थे कि रुपये, पीड़ित के ही हैं. लोग इसे हवाला का पैसा मान रहे हैं. कुछ लोगों ने बताया कि गोलघर सहित दो जगहों से रकम उठाई गई थी. मैसेज आने के बाद रुपये उठाकर उसे सही जगह पर पहुंचाना था. इस बीच मुखबिर की सूचना पर दरोगा ने रुपये हड़प लिए.