उत्तर प्रदेश

खजनी में बवाल व फायरिंग में शामिल आरोपियों की तलाश जारी

Kajal Dubey
26 July 2022 3:09 PM GMT
खजनी में बवाल व फायरिंग में शामिल आरोपियों की तलाश जारी
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गोरखपुर जिले के खजनी थाना क्षेत्र के मऊधरमंगल गांव में बवाल व फायरिंग मामले में आरोपी बनाए गए एसएसबी जवान भगवानदास उर्फ मुन्ना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना में शामिल एक अन्य आरोपी लक्ष्मण यादव को भी हिरासत में लिया गया है।
एक आरोपी जयगोविंद मेडिकल कॉलेज में भर्ती है, जिसका उपचार पुलिस कस्टडी में चल रहा है। उधर, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने मामले में लापरवाही पाए जाने पर खजनी थाने में तैनात दरोगा बांके यादव, हेड कांस्टेबल मनोज यादव, सूरज यादव को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, मऊधरमंगल गांव में सुरेमन यादव व प्रमोद यादव का घर अगल-बगल ही है। प्रमोद यादव मकान का निर्माण कार्य करा रहे हैं। वह दूसरी मंजिल पर छज्जा निकालना चाहते थे। इसका विरोध सुरेमन यादव के परिवार ने किया था। इसी बात पर रविवार को बवाल हुआ था।
आरोप है कि छुट्टी लेकर आए लखनऊ में तैनात पुलिसकर्मी प्रमोद यादव ने पिस्टल से गोली चला दी थी। गोली से दो लोग घायल हो गए। छुट्टी पर आए एसएसबी जवान ने भी उत्पात मचाया था। तभी एक ने प्रमोद के पक्ष के जयगोविंद के सिर पर डंडे से वार कर दिया। इसके विरोध में प्रमोद यादव के पक्ष के लोगों ने सुरेमन के भाई रामधारी पर हमला बोला दिया और लाठी से पीटकर लहूलुहान कर दिया।
बवाल की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची थी। इसके बाद घायलों को स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां पर एक बार फिर दोनों पक्ष बवाल हुआ। पुलिस ने बीच बचाव कर सबको जिला अस्पताल भेजा। घायलों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां से सुरेमन यादव को लखनऊ रेफर कर दिया गया। पुलिस ने रविवार की देर शाम भगवानदास को गिरफ्तार किया है। सात और आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ है केस
प्रमोद यादव, भगवानदास उर्फ मुन्ना, जयगोविंद, ओमप्रकाश, प्रिंस, प्रीतम यादव, शक्ति उर्फ राजू, संदीप यादव व लक्ष्मण यादव पर केस दर्ज किया गया है। सभी को मारपीट, हत्या की कोशिश, बलवा और धमकी देने का आरोपी बनाया गया है।
विभाग को लिखा गया पत्र
एसएसपी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी सरकारी विभाग में है। विभागीय कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को पत्र भेज दिया गया। वहीं, लखनऊ में तैनात सिपाही पर भी कार्रवाई के लिए गोरखपुर पुलिस की ओर से पत्र भेजा गया है।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद खुलेगा पिस्टल का राज
खजनी इलाके में भूमि विवाद के दौरान दो लोगों को गोली मारी गई थी। गोली लाइसेंसी पिस्टल या बंदूक से मारी गई, इसकी जांच पुलिस कर रही है। शुरुआती जांच में सामने आया था कि 9 एमएम की पिस्टल से गोली मारी गई, लेकिन अब पुलिस .32 बोर के पिस्टल से गोली मारी गई, जो सरकारी नहीं हो सकती है। एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह का कहना है कि मुख्य आरोपी प्रमोद यादव के पकड़े जाने के बाद ही पिस्टल बरामद हो सकेगी। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि पिस्टल लाइसेंसी है या फिर अवैध। गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं।
मऊधरमंगल गांव में सन्नाटा, पुलिस तैनात
घटना के बाद से ही आरोपी पक्ष के लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं। इससे मऊधरमंगल गांव में सन्नाटा है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पक्षों में जबरदस्त तनाव है। फिर बवाल की आशंका है। आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि खजनी इलाके में दो पक्षों के बीच बवाल के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर मुख्य आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में लापरवाही पाए जाने पर तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। अन्य नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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