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मुजफ्फरनगर। शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम की संचालिका साध्वी माता योगिनी राजनंदेश्वरी की मौत के मामले में जांच चल रही है। बुधवार को साधु संतों और अन्य लोगों ने एसएसपी से मुलाकात की। बाद में साध्वी के परिजनों, महामंडलेश्वर गोपालदास महाराज सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों ने एसपी देहात कार्यालय में अपने बयान दर्ज कराए।
बुधवार की दोपहर किसान नेता मांगेराम त्यागी और उनके साथ समाजसेवी अरुण त्यागी, महामंडलेश्वर गोपालदास महाराज एसएसपी कार्यालय पहुंचे। सभी ने एसएसपी संजीव सुमन से वार्ता की और कहा कि पहले मुकदमा दर्ज हो, फिर निष्पक्ष जांच की जाएं। एसएसपी ने जांच अधिकारी एसपी देहात, सीओ भोपा रामाशीष यादव को बुलाकर जांच प्रगति की जानकारी ली। एसएसपी ने सभी लोगों को जांच अधिकारी के कार्यालय में बयान दर्ज कराने को कहा।
इसके बाद महामंडलेश्वर महाराज गोपालदास महाराज, साध्वी अंबिका, राजनंदेश्वरी का भतीजा धीरज, भांजा विनय, मीनू, शिकायतकर्ता किसान नेता मांगेराम त्यागी व अरुण त्यागी के बयान दर्ज किए गए। एसपी देहात का कहना हैं कि मामले में सच का पता करने के लिए कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जरूरत पड़ने पर मामले से संबंधित सभी के बयान लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री का आदेश हैं कि पहले मुकदमा दर्ज करों, बाद में जांच करों। संपत्ति पर हक आश्रम के ही लोगों ने जताया हैं। यदि मुकदमा दर्ज कर जांच नहीं की गई तो 11 जून को शोक सभा में 25 हजार लोग एकत्र होंगे। – मांगे राम त्यागी, किसान नेता।
वह गुरुजी और उनके परिवार के दबाव में थी। अपनी स्वतंत्रता से कुछ नहीं कर पाती थी। कुछ साल सेवा करने के बाद आश्रम छोड़ दिया था। छह साल से माता जी के साथ नहीं थी। हत्या के बारे में एसएसपी से जांच का आश्वासन दिया हैं। पुलिस जांच करेगी। निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। -अंबिका, शिष्या राजनंदेश्वरी।
साध्वी की हत्या की गई हैं। साध्वी को प्रकाशानंद पहले माता बताते थे और अब पत्नी बता रहे हैं। प्रकाशानंद ने परिवारवाद चलाकर संपत्ति अपने पक्ष में कर ली। आश्रम में बदमाश एकत्र हो रहे हैं। आश्रम त्यागी समाज का नहीं बल्कि आश्रम में सभी धर्म के लोग जाते थे। इसी मामले में एसपी देहात के पास आए थे। पुलिस जांच कर रही हैं। – गोपालदास महाराज, महामंडलेश्वर।
साधु संत और कुछ अन्य लोगों ने आकर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की थी। उन्हें आश्वासन दिया गया है। -संजीव सुमन, एसएसपी।
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