उत्तर प्रदेश

भुगतान न होने पर सुपरटेक के कार्यालय पर हंगामा-तोड़फोड़

Admin Delhi 1
7 Aug 2023 11:45 AM GMT
भुगतान न होने पर सुपरटेक के कार्यालय पर हंगामा-तोड़फोड़
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नोएडा: सुपरटेक के मुख्य कार्यालय पर को भुगतान न होने से नाराज ठेकेदारों ने भारतीय किसान मजदूर यूनियन के नेतृत्व में कार्यालय पर ताला डालकर हंगाम किया. उन्होंने लोगों को भी कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया. इस दौरान कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई.

सुपरटेक के विभिन्न प्रोजेक्टों में काम करने वाले कई ठेकेदार भारतीय किसान मजदूर यूनियन के साथ 24 जुलाई से धरने पर बैठे हुए हैं. इनका आरोप है कि उनका पैसा बिल्डर पर बकाया चल रहा है, लेकिन अब कोई भी भुगतान करने को तैयार नहीं है.

यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमपाल भाटी ने कहा कि सुपरटेक पर करीब तीन सौ लोगों का 20 करोड़ से अधिक का बकाया है, जिसमें वह किसान भी शामिल हैं, जिनकी जमीन बिल्डर ने ली थी. इनका भुगतान नहीं हो रहा है. उन लोगों ने पहले से ही ऐलान कर रखा था कि भुगतान न होने पर वह तीनअगस्त को कार्यालय पर ताला डालेंगे. इसके चलते बड़ी संख्या में ठेकेदार और किसान पहुंचें और उन्होंने बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और कार्यालय के मुख्य रास्ते को बंद करते हुए वहां पर ताला डाल दिया और लिफ्ट भी बंद करा दीं.

इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कंपनी के डायरेक्टर के साथ उनकी वार्ता कराई. इसमें तय हुआ है कि जिन ठेकेदारों के बिलों में गड़बड़ी बताई जा रही है. उनके बिल एक सप्ताह में सही किए जाएंगे, जिसके लिए पांच-पांच ठेकेदार रोज कार्यालय में जाएंगे और अगले माह से उनके बकाये का भुगतान होगा. जब तक उनका भुगतान नहीं किया जाएगा, तब तक उनका धरना चलता रहेगा. वह अभी धरने को समाप्त नहीं कर रहे हैं. यदि भुगतान नहीं किया जाता है तो फिर बिल्डर ग्रुप की साइटों पर चल रहे काम को भी ठप कराया जाएगा.

दूसरी ओर कंपनी प्रबंधन का कहना है कि हंगामा कर रहे लोगों में शामिल कुछ लोगों ने कार्यालय में लगे शीशों को भी तोड़ डाला और कंपनी के कर्मियों से अभद्रता की गई, जिनके हंगामे की आशंका के चलते कंपनी में बहुत कम संख्या में स्टॉफ आया था. उन्होंने कहा कि कंपनी के साथ चार हजार से अधिक ठेकेदार काम करते हैं और भी बड़ी संख्या में ठेकेदार समर्थन के लिए कार्यालय पर आये थे. जिन्हें विवाद की आशंका के चलते वापस भेजा गया था. कंपनी पहले भी सभी का भुगतान करती रही है और आगे भी करेगी.

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