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उत्तर प्रदेश
नकली नोट छापने वाले गिरोह का खुलासा, जहां खपाना होता वहीं शुरू कर देते अपना खेल
jantaserishta.com
23 April 2022 9:52 AM GMT
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चंदौली: उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो नकली नोट छापता था और यूपी-बिहार में उसे खपा दिया जाता था. इन नकली नोटों को खासतौर पर यूपी-बिहार के कई जिलों के गांवों में चलाया जाता था.
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जो बिहार के रहने वाले हैं. तीनों आरोपियों के पास से पुलिस ने साढे ग्यारह लाख रुपये से ज्यादा के नकली नोट, नोट छापने की डाई, प्रिंटर, अच्छी क्वालिटी के पेपर और दो मोटरसाइकिलें बरामद की हैं. पुलिस ने नकली नोट छापने वाले इस गैंग के तीनों सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और गैंग के अन्य लोगों की तलाश जारी है.
इस शातिर गैंग ने नकली नोट छापने की बाकायदा एक चलती फिरती प्रिंटिंग प्रेस खोल रखी थी. गैंग के सदस्य कभी बिहार के भभुआ, कैमूर और रोहतास इलाके में नकली नोट छाप कर सप्लाई करते थे तो कभी सीमा पार कर उत्तर प्रदेश में चले आते थे और चंदौली और आसपास के ग्रामीण इलाकों में नकली नोट छापकर उसे खपा देते थे.
पुलिस ने इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए इनके पास से कुल 11 लाख 82 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं. जो नकली नोट बरामद किए गए हैं वो 10 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के हैं.
दरअसल चंदौली पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग चंदौली के ग्रामीण इलाकों में नकली नोट की सप्लाई कर रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने अपना जाल बिछाया और बिहार के कैमूर और रोहतास जिले के रहने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. ये तीनों आरोपी नकली नोट छापने के गोरखधंधे में लगे हुए थे.
पुलिस ने इनकी निशानदेही पर नकली नोट छापने का पूरा साजो-सामान बरामद कर लिया. पुलिस के अनुसार नकली नोट छापने वाले इस गैंग के लोग इतने शातिर थे कि वो पुलिस से बचने के लिए नकली नोट अपने साथ लेकर नहीं चलते थे.
पुलिस के मुताबिक जिस इलाके में नकली नोट की सप्लाई करनी होती थी उसी इलाके में यह लोग नकली नोट की छपाई कर दिया करते थे. उसके बाद उस इलाके से रफूचक्कर हो जाते थे.
इस मामले को लेकर चंदौली के एडिशनल एसपी चिरंजीवी मुखर्जी ने बताया कि चंदौली एसओजी की टीम, सर्विलांस टीम और एसओ बलुआ की टीम को सूचना मिली थी कि इस इलाके में फेक करेंसी का संचालन किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, इसके बाद आरोपियों के पीछे मुखबीर को लगाया गया साथ ही सर्विलांस के जरिए उनकी जानकारी जुटाई गई और फिर गिरफ्तारी हुई.
गिरफ्तार किए गए दो आरोपी बिहार के बघौली थाने क्षेत्र के रहने वाले हैं जबकि एक व्यक्ति कैमूर का रहने वाला है. इनके पास से 1182630 रुपए की नकली करेंसी बरामद हुई है.
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