उत्तर प्रदेश

खुलासा: धर्मांतरण के बदले 50 हजार महीना और नौकरी का दिया था लालच

Admindelhi1
12 April 2024 5:07 AM GMT
खुलासा: धर्मांतरण के बदले 50 हजार महीना और नौकरी का दिया था लालच
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ईसाई धर्म अपनाने के लिए बरगला रहे थे

कानपूर: धर्मांतरण के लिए उन्नाव ले जाई जा रही बस में सवार मूल रूप से बंदायू के खौंसारा गांव निवासी संजय वाल्मीकि अर्मापुर स्टेट के सर्वेन्ट क्वार्टर में रहते हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि ईडब्ल्यूएस कालोनी आवास विकास कल्याणपुर निवासी साइमन विलियम और विष्णुपुरी कोहना निवासी दीपक मोरिस लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बरगला रहे थे. उन्होंने लालच दी थी कि ईसाई धर्म अपना लोगे तो तुम्हें 50 हजार रुपये प्रति माह मिलेगा. नौकरी मिल जाएगी और घर भी अच्छा हो जाएगा.

संजय वाल्मीकि ने बताया कि उनके सास-ससुर पहले ही ईसाई धर्म अपना चुके हैं. पत्नी भी उनके बहकावे में है. साल के बच्चे से तीनों मिलने नहीं देते. संजय का आरोप है कि सास-ससुर उसपर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे थे. साथी ही दीपक और साइमन ने धमकी दी थी कि अगर उसने धर्म परिवर्तन नहीं कराया तो पत्नी और बच्चे से बारा कभी मिल नहीं पाएगा.

दावा 20 बसों में भरकर लोगों को ले जाया जाना था बजरंग दल के कृष्णा तिवारी ने दावा किया कि 20 बसों का इंतजाम किया गया था. किदवई नगर, बर्रा, चकेरी समेत अलग-अलग इलाकों से ये बसें भरकर उन्नाव जाने वाली थीं. शाम साढ़े छह बजे बसों को निकलना था. मगर उससे पहले बजरंग दल को सूचना मिली और उन्होंने अपनी टीम को एक्टिव कर दिया. इसकी भनक धर्मांतरण कराने वाले लोगों को लग गई इसलिए उन्होंने प्लान बदल दिया. बसें रवाना हुईं.

हिरासत में लेते ही भीड़ त्र होने लगी नवाबगंज थाने में आरोपित साइमन विलियम और दीपक मोरिस के हिरासत में लेते ही आधे घंटे के अंदर लगभग 200 ईसाई समुदाय के लोगों ने थाना घेर लिया. सुबह पांच बजे तक नवाबगंज थाने में हंगामा चला. जिसके बाद पुलिस ने निजी मुचलका भरवाकर नों को छोड़ दिया.

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