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उत्तरप्रदेश न्यूज़: ताजनगरी में शहर से देहात तक आई फ्लू (कंजेक्टिवाइटिस) की मार है.हालत यह है कि थोक दवा बाजार में आईड्राप का स्टाक खत्म हो गया है.नए आर्डर भेजे जा रहे हैं.जेनरिक हो या ब्रांडेड ड्राप, रिटेलर मनमाने दामों पर ड्राप बेच रहे हैं।
जुलाई की शुरुआत में ही आई फ्लू ने दस्तक दे दी थी.पहले सप्ताह करीब 10 प्रतिशत की खपत बढ़ी.इसके बाद इसमें इजाफा होता चला गया.बीते सप्ताह आईड्राप की डिमांड 70 प्रतिशत बढ़ गई.दो सप्ताह शहर से देहात तक सप्लाई की गई.पुराना स्टाक भी खंगालकर माल निकाला गया. शाम तक पुराना स्टाक भी खत्म हो गया.इस बीच थोक फर्मों ने नए आर्डर लगाए हैं.चूंकि इतनी खपत का अंदाजा नहीं था, इसलिए देर से आर्डर लगाए गए.इन्हें आने में सप्ताह भर का समय लग सकता है.फुव्वारा बाजार के सूत्रों की मानें तो इस दौरान आईड्राप का टोटा हो सकता है।
30 रुपये में 10 की जेनरिक ड्राप आई फ्लू की जेनरिक ड्राप 8 से 10 रुपये के बीच बिकती है.शार्टेज के कारण इसके दामों में तीन गुना बढ़ोतरी हो गई है.अब ऐसी ड्राप 30 रुपये में बेची जा रही है.जेनरिक मेडिकल स्टोर्स में यह दवा भी खत्म होने वाली है.इसी तरह होलसेल में 30 रुपये की ब्रांडेड ड्राप 100 से लेकर 130 रुपये तक में मिल रही है.रिटेलर मुनाफाखोरी कर रहे हैं।
इस तरह बरतें सावधानी:
● संक्रमित का तौलिया, बेड शीट, बर्तन अलग कर दें
● कीचड़ आने पर हमेशा चलते पानी में आखें धोई जाएं
● दवा डालने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोएं
● कीचड़ आने पर रुमाल में बर्फ डालकर सिकाई करें
● बार-बार आखों को रगड़ें नहीं इससे परेशानी बढ़ेगी
● एक ही रुमाल या कपड़े से पानी को नहीं पोंछना है
● खाना खाने से पहले और बाद में हाथों को धोते रहें
● बजाजा कमेटी के एमजी रोड कार्यालय
● बजाजा कमेटी का खालसा गली कार्यालय
● ओमप्रकाश अग्रवाल (टोल बाबा) सुभाष बाजार
● बंशीधर जैन साड़ी शोरूम बेलनगंज
● यमुनेश वस्त्रत्तलय सदर बाजार
● विनोद कुमार एंड कंपनी राजामंडी
● रामनाथ अमरनाथ लोहामंडी
● वार्ष्णेय क्लाथ स्टोर न्यू आगरा
● मनोज क्लाथ स्टोर ताजगंज
● साड़ी सागर राजपुर चुंगी
● दीपशिखा वस्त्रत्तलय ट्रांस यमुना
● सुख सागर बोदला
(नोट सेवा क्षेत्र बजाजा कमेटी की है)
इस फ्लू में शामिल नहीं कोर्निया
यह सिर्फ साधारण कंजेक्टिवाइटिस वायरस है.यानि साधारण फ्लू है.इसमें किसी भी प्रकार से कोर्निया का इन्वोल्वमेंट नहीं है, इसलिए कोई भी आईड्राप डालना खतरनाक हो सकता है.कई ड्राप में स्टेरायड होता है.इसे डाल लिया तो कोर्निया को नुकसान पहुंच सकता है.बेहतर रहेगा कि पहले किसी नेत्र विशेषज्ञ को दिखाएं उसके बाद दवा खरीदें।
डायबिटीज और बीपी को ठीक रखें
शुगर, बीपी, थायरायड के मरीजों को यह बीमारी जल्दी लगती है.इसलिए ऐसे मरीज नियमित दवाएं लेते रहें.इनका स्तर ठीक रखें.वरना इम्युनिटी कम होने पर रोग जल्द पकड़ सकता है.वैसे आखों में हल्के-फुल्के वायरस से लड़ने की ताकत होती है.ऐसे वायरस आंसू के जरिए बाहर निकल जाते हैं.लेकिन आखों के ज्यादा बहने पर इलाज की जरूरत है।
आखों में देखने से नहीं फैलता फ्लू
यह फ्लू उड़कर नहीं लगता.यानि अगर आप संक्रमित की आखों में देखेंगे तो नहीं लगेगा.आम तौर पर लोगों के बीच यही धारणा है जो पूरी तरह गलत है.संक्रमित अगर अपनी आखों को बार-बार हाथ लगाता है.हाथों से किसी चीज को छूता है.उसी चीज को सामान्य व्यक्ति छूकर अपनी आखों को रगड़ता है, तभी संक्रमित होने के आसार होते हैं।
आई ड्राप बहुत कम मंगाई जाती है.इसी मौसम में थोड़ी-बहुत जरूरत पड़ती है.लेकिन, बीते 10 दिनों में ड्राप की खपत 70 गुना तक बढ़ गई थी.इस कारण बाजार में दवा का स्टाक खत्म है.नए आर्डर लगाए जा रहे हैं.पुनीत कालरा, उपाध्यक्ष आगरा फार्मा एसोसिएशन
निजी डाक्टर पर नहीं जा सकते तो किसी भी सरकारी अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ से ही दवा लिखवाएं.वह आंख की मौजूदा स्थिति देखकर दवा लिखेंगे.सीधे मेडिकल स्टोर से ड्राप लेकर डालना खतरनाक हो सकता है।
डा. शैफाली मजूमदार, कोर्निया प्रत्यारोपण विशेषज्ञ एसएनएमसी