उत्तर प्रदेश

जांच किट से दवा तक के इंतजाम में जुटे जिम्मेदार, बढ़ाया जा रहा है जांच का दायरा

Admin Delhi 1
3 April 2023 3:00 PM GMT
जांच किट से दवा तक के इंतजाम में जुटे जिम्मेदार, बढ़ाया जा रहा है जांच का दायरा
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गोरखपुर न्यूज़: जिले में कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद से ही स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है. शासन ने सूबे के छह संवेदनशील जनपदों में गोरखपुर को भी शामिल किया है. इसके बाद से ही जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं.

फौरी तौर पर शासन की तरफ से जिले में एक अस्पताल और बीआरडी मेडिकल कॉलेज को कोविड वार्ड में तब्दील करने का निर्देश मिला है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 100 बेड वाले टीबी अस्पताल को कोविड इलाज के नोडल अस्पताल के रूप में चिन्हित किया है. यहां पर 100 बेड का वार्ड होगा. जिसमें लेवल-दो और लेवल-तीन के 67 बेड हैं. सभी बेडों पर ऑक्सीजन की सुविधा है. वेंटिलेटर और बाईपैप की सुविधा है.

उच्च स्तर का मिलेगा इलाज शासन में इसको लेकर इसके अलावा बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोविड वार्ड संचलित करने की तैयारी तेजी से चल रही है. मेडिकल कॉलेज में 500 बेड वाले बाल रोग चिकित्सा संस्थान में कोविड वार्ड तैयार किया जा रहा है. आगामी 10 व 11 अप्रैल को दोनों अस्पतालों में मॉकड्रिल की जाएगी.

स्वास्थ्य जांच के दायरे को लगातार बढ़ा रहा है. पहले एक मेडिकल मोबाइल वैन से जांच की जाती थी. अब सभी पांचों मेडिकल मोबाइल वैन को कोविड जांच के लिए अधिकृत कर दिया गया है. 022 अर्बन हेल्थ पोस्ट और पीएचसी-सीएचसी में भी कोविड जांच की जा रही है.

अस्पतालों में हैं पूरी तैयारी सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दुबे का दावा है कि जिले में 57 अस्पताल अलर्ट मोड पर हैं. इनमें 2900 बेड है. सरकारी अस्पतालों में 1500 और निजी चिकित्सालय में 14 सौ बेड हैं. जिसमें करीब 12 सौ बेड आईसीयू के हैं. शासन से निर्देश मिलते ही इन्हें एक्टिव मोड में ला दिया जाएगा. सीएमओ ने बताया है कि जिसमें व्यस्कों के लिए 1063 बेड अलग-अलग अस्पतालों में हैं. इनमें 342 वेंटिलेटर, 262 हाई-फ्लो नोजल कैनुला और 457 बाइपैप शामिल है. कोरोना के कारण गंभीर होने वाले बच्चों के इलाज के लिए भी अस्पतालों में 88 आईसीयू बेड रिजर्व हैं.

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