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वार्ड-89 का रिपोर्ट कार्ड: विकास खूब, लेकिन पेयजल आपूर्ति में सुधार की गुंजाइश
मेरठ न्यूज़: वार्ड-89 में पेयजल और जलनिकासी की सुविधाओं को और बेहतर करने की मांग क्षेत्र के लोगों ने उठाई है। यह वार्ड चार योजनाओं से पति-पत्नी को पार्षद की लगातार जिम्मेदारी देता चला रहा है, वार्डवासियों का अपने प्रतिनिधि पर यह विश्वास क्षेत्र में अपेक्षाकृत विकास और साफ-सुथरे नजर आने वाले रास्तों में झलकता भी है। रशीद नगर, मियां मोहम्मद नगर, गुलजारे-इब्राहिम को मिलाकर बनाए गए वार्ड-89 में करीब 17 हजार मतदाता हैं, जिसका वर्तमान में नाजरीन पत्नी शाहिद अब्बासी नगर निगम बोर्ड में पार्षद के तौर पर प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इससे पहले उनके पति शाहिद अब्बासी लगातार तीन बार जीत हासिल करके हैट्रिक लगा चुके हैं। वार्ड में वोटरों की संख्या बीते चुनाव में करीब 17 हजार रही है।
यह वार्ड काफी लंबे क्षेत्र में फैला हुआ है, इसकी सीमाएं श्याम नगर, माधवपुरम, तारापुरी, भूमिया का पुल, सदीक नगर जैसे इलाकों को छूती हैं। आमतौर पर पार्षद के काम के प्रति संतुष्टि जता रहे वार्ड निवासी , मास्टर ताहिर अहमद, तीन कलवा उर्फ पाके, नफीस अहमद आदि लोगों का कहना है कि दो दशक पहले की अगर बात की जाए तो इस वार्ड में सभी मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। नालियां गलियां खड़ंजा पथ प्रकाश व्यवस्था का दूर-दूर तक कोई नामोनिशान नहीं था। वार्डवासी कहते हैं कि पहली बार पार्षद बने शाहिद अब्बासी ने पहले पांच साल के दौरान वार्ड में विकास की आधारशिला रखी, इसके बाद लगातार जीत की हैट्रिक लगाते हुए उन्होंने विकास के चक्र को निरंतर आगे बढ़ाया। इसी का परिणाम है कि वार्ड के लोगों ने महिला के लिए आरक्षित होने के बाद शाहिद अब्बासी की धर्मपत्नी नाजरीन को पार्षद का दायित्व सौंपा है। लोग अपने पार्षद के कामों से पूरी तरह संतुष्टि जताते हुए कहते हैं कि जब से उन्होंने पार्षद के रूप में यह दायित्व संभाला, निरंतर यही प्रयास रहा है क्षेत्र में अधिक से अधिक विकास कराया जाए। लोगों का कहना है कि पार्षद नगर निगम के अलावा भी दूसरे विभागों से जुड़े हुए काम कराने में बढ़-चढ़कर भागीदारी करते हैं और अधिकारियों से मिलकर समस्याओं के समाधान का प्रयास करते हैं।
इसमें मुख्य रूप से वार्ड के बीच गुजर रही 11 हजार केवी की हाइटेंशन लाइनों को हटाया जाना भी शामिल है। उनके इसी समर्पण भाव का नतीजा है कि वार्ड की जनता शाहिद अब्बासी और उनकी धर्मपत्नी को चार बार से अपने प्रतिनिधि के रूप में सुनती आ रही है। इस बारे में पार्षद का दावा है कि यह भी नगर निगम के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। वार्ड की जरूरतों के बारे में मास्टर ताहिर का कहना है के यहां के बच्चों को तालीम के लिए या तो पब्लिक स्कूलों का सहारा लेना पड़ता है, या उन्हें दूरदराज भेजना पड़ता है। उनका कहना है कि वार्ड क्षेत्र में कम से कम दो-तीन प्राथमिक विद्यालयों की आवश्यकता है। कलुआ उर्फ पाके का कहना है कि वार्ड में स्वास्थ्य को लेकर सुविधाएं बढ़ाई जाने की जरूरत है। समय रहते फॉगिंग और स्प्रे आदि की तैयारियां की जाए तो वार्डवासियों को वायरस आदि से होने वाले संक्रामक रोगों से बचाया जा सकता है। डा. कय्यूम का कहना है कि इस वार्ड में कई बाजार हैं, जिसमें आने वाले ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंकों की ओर से एटीएम लगाए जाने की जरूरत है।
पार्षद का कथन: वार्ड-89 की पार्षद नाजरीन का कहना है कि उनके परिवार ने समूचे वार्ड को अपने परिवार का हिस्सा बनाया है, और पूरी तरह समर्पित होकर जनसेवा की है। वार्ड में पेयजल आपूर्ति के लिए गुलजारे-इब्राहिम और तारापुरी में लगी टंकी का प्रयोग किया जाता है। वार्ड की करीब 30 गलियों में 10 छोटे पंप लगवा कर जलापूर्ति कराई जाती है। ऐसी स्थिति में वार्ड के लोगों को पेयजल के लिए अधिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। वार्ड में पेयजल और जल निकासी की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है। वार्ड में हालांकि पेयजल आपूर्ति में और सुधार की गुंजाइश है, जिसके लिए बराबर प्रयास जारी हैं। उनका कहना है कि वार्ड 89 में अभी तक सीवर लाइन नहीं बिछाई जा सकी है।
जिसके कारण वार्ड की गलियों और नालियों की सफाई के आए दिन अभियान चलाना पड़ता है। उनका दावा है कि इसके बावजूद वार्ड की रंगीन टाइल्स से सजीं गलियों में बरसात के दौरान भी कहीं पानी नहीं ठहरता, यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। वार्ड में करोड़ों की लागत से कराए गए कार्यों की संख्या सैकड़ों में है।