उत्तर प्रदेश

बरेली जंक्शन पर भी की जा सकेगी एलएचबी कोचों की मरम्मत

Rani Sahu
29 Aug 2022 6:26 PM GMT
बरेली जंक्शन पर भी की जा सकेगी एलएचबी कोचों की मरम्मत
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उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में बरेली जंक्शन भले ही प्रमुख स्टेशन हो, लेकिन जंक्शन से चलने वाली किसी ट्रेन में अभी तक एलएचबी (लिंक हाफमैन बुश) कोच नहीं लगाए जाते हैं
बरेली। उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में बरेली जंक्शन भले ही प्रमुख स्टेशन हो, लेकिन जंक्शन से चलने वाली किसी ट्रेन में अभी तक एलएचबी (लिंक हाफमैन बुश) कोच नहीं लगाए जाते हैं। मगर जल्द ही यात्रियों को यह सुविधा भी मिलने जा रही है। लंबे समय से आला हजरत एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने की बात कही जा रही थी। मंडल से इसके लिए प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। टेक्निकल अप्रूवल नहीं मिलने के कारण यह अधर में लटका हुआ था। अब बरेली जंक्शन की सिकलाइन में शेड डालने का काम किया जा रहा है। जिसके बाद सिकलाइन में एलएचबी कोचों की मेंटेनेंस का काम भी किया जा सकेगा।
मुरादाबाद मंडल के अधिकारियों के मुताबिक बरेली जंक्शन की सिकलाइन फिलहाल ओपेन है। जिसको कवर करने का काम बीते दिनों शुरू किया गया है। चूंकि खुली सिकलाइन में एलएचबी कोचों का मेंटेनेंस नहीं किया जा सकता। लिहाजा कवर होने के बाद यहां मेंटेनेंस किया जा सकेगा। जर्मन तकनीकी की अत्याधुनिक हाईटेक तकनीकी से एलएचबी बना हुआ है। इसमें आग लगने का डर नहीं है। हादसे के दौरान कोच भी एक-दूसरे पर नहीं चढ़ते हैं। साधारण ट्रेन की अपेक्षा रफ्तार भी अधिक होती है।
जंक्शन के सी एंड डब्लू ( कैरिज एंड वैगन ) विभाग के कर्मचारियों को बीते दिनों एलएचबी कोचों के मेंटेनेंस की ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि आला हजरत ट्रेन में एलएचबी कोच लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जल्द ही स्वीकृति मिलने के बाद आला हजरत के लिए एलएचबी की रेक उपलब्ध करा दी जाएंगी। जंक्शन से बनकर चलने वाली ट्रेनों में आला हजरत एक्सप्रेस, महाकाल एक्सप्रेस, बरेली बनारस एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं।
भविष्य में सभी ट्रेनों में लगेंगे एलएचबी कोच
मौजूदा समय में अधिकतर ट्रेनों के अंदर इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) कोच लगे हुए हैं। जिनका निर्माण भी रेलवे द्वारा बंद कर दिया गया है। ऐसे में आने वाले समय में ट्रेनों के अंदर सिर्फ एलएचबी कोच ही नजर आएंगे। आईसीएफ कोचों को रेलवे द्वारा पार्सल ट्रेनों में तब्दील किया जा रहा है। ट्रेनों के अंदर एलएचबी कोच लगने से न सिर्फ यात्रियों को आरामदायक यात्रा मिलेगी बल्कि ट्रेनों की रफ्तार में भी इजाफा होगा।
आला हजरत एक्सप्रेस के लिए चाहिए 4 रेक
आला हजरत एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने के लिए रेलवे को 4 रेक चाहिए। यानी लगभग 100 कोचों की आवश्यकता होगी। माना जा रहा है कि मेंटेनेंस की व्यवस्था नहीं होने से ही स्वीकृति रुकी हुई है।अधिकारियों का कहना है कि बरेली जंक्शन पर दूसरे मंडलों से आने वाली रनिंग ट्रेनों में कोई दिक्कत आती है तो उसका काम वाशिंग लाइन में किया जा सकता है। मगर अभी शेड्यूलिंग की व्यवस्था नहीं है।
आला हजरत एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने का प्रस्ताव दिया गया है। जिसकी अभी टेक्निकल स्वीकृति नहीं मिली है। बरेली जंक्शन पर रनिंग में चलने वाली ट्रेनों के एलएचबी कोचों का मेंटेनेंस तो किया जा सकता है। मगर सिकलाइन ओपन होने कारण यहां मेंटेनेंस नहीं हो सकता। जिसकी वजह से अब यहां शेड आदि डालकर सिकलाइन को अपग्रेड किया जा रहा है। -सुधीर सिंह, सीनियर डीसीएम, मुरादाबाद रेल मंडल

अमृत विचार,

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