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उत्तर प्रदेश
बाढ़ से मिलेगी राहत, गोरखपुर को 12.5 करोड़ रुपये और मोटरबोट मिली
Renuka Sahu
24 July 2022 2:04 AM GMT
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फाइल फोटो
बाढ़ के कहर से हर साल कराह उठने वाले गोरखपुर जिले को लेकर शासन गंभीर है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बाढ़ के कहर से हर साल कराह उठने वाले गोरखपुर जिले को लेकर शासन गंभीर है। शासन ने बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य के लिए जिले को 12.5 करोड़ रुपये भेज दिए हैं। इतना ही नहीं जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण को एक मोटरबोट भी उपलब्ध कराई गई है जो बाढ़ से घिरे गांवों के लोगों की जरूरतें पूरी करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी। आपदा मित्र परियोजना के तहत शासन द्वारा किट भी दी गई। किट में जीपीएस सेट और टूल किट समेत 30 सामान शामिल हैं।
राप्ती-रोहिन, सरयू और गोर्रा नदियों में हर साल उफान आती है। ये नदियों गोरखपुर में जमकर तबाही मचाती हैं। पिछले वर्षों में गोरखपुर जिले में बाढ़ से हुई तबाही को उत्तर प्रदेश शासन ने भी महसूस किया है। यही वजह है कि शासन ने बाढ़ राहत और बचाव कार्य के लिए जिले को पहले 12.5 करोड़ रुपया जारी कर दिया है। इसके साथ ही जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण को एक मोटरबोट भी उपलब्ध कराई है। उत्तर प्रदेश शासन ने गोरखपुर जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण को इमरजेंसी किट भी उपलब्ध कराई गई है। इस किट में मैप, स्ट्रेचर, जीपीएस सेट, गमबूट, आउट बोर्ड मोटर, पर्सनल फ्लोटिंग डिवाइस, सेफ्टी ग्लब्स, स्पॉट लाइट, सेफ्टी हेल्मेट, टूल किट, सोलर टार्च समेत 30 सामान शामिल हैं।
बलिया, गोंडा, अयोध्या और पीलीभीत को भी सुविधा
उत्तर प्रदेश शासन ने गोरखपुर जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण को जो इमरजेंसी किट उपलब्ध कराई है वह बलिया, गोंडा, अयोध्या और पीलीभीत जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण को भी मुहैया कराई गई है। बताया जाता है कि गोरखपुर जिले की तरह ये जिले भी बाढ़ से प्रभावित होते हैं और यहां भी भारी नुकसान होता है।
गोरखपुर में 27 बाढ़ चौकियों को किया गया सक्रिय
तेज बारिश और नेपाल के पहाड़ों पर होने वाली बारिश की वजह से राप्ती, सरयू, रोहिन और गोर्रा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने 27 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। जिले में 86 बाढ़ चौकियां हैं। जिन बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है वहां सिंचाई विभाग के साथ राजस्व, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही साथ पुलिसकर्मियों को भी तैनात कर दिया गया है। इन बाढ़ चौकियों पर जरूरी संसाधन भी उपलब्ध करा दिए गए हैँ। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण प्रभारी एवं एडीएम वित्त-राजस्व राजेश कुमार सिंह के मुताबिक अन्य चौकियों को ही शीघ्र सक्रिय किया जा जाएगा।
सिंचाई विभाग के अधिकारी रख रहे हैं बंधों पर नजर
सिंचाई विभाग के अधिकारी राप्ती-रोहिन, गोर्रा व सरयू नदी के किनारे स्थित बंधों पर लगातार भ्रमण कर उनका हाल देख रहे हैं। जिन स्थानों पर दिक्कत दिख रही है वहां मरम्मत करा रहे हैं।
शनिवार को गोरखपुर में नदियों का जलस्तर
-सरयू : तुर्तीपार
खतरे का निशान : 64.01 आरएल मीटर
उच्च जल स्तर : 66.00 आरएल मीटर (1998)
वर्तमान जल स्तर : 62.960 आरएल मीटर
-राप्ती : बर्डघाट
खतरे का निशान : 74.98 आरएल मीटर
उच्च जल स्तर : 77.54 आरएल मीटर (1998)
वर्तमान जल स्तर : 70.280 आरएल मीटर
-रोहिन : त्रिमुहानीघाट
खतरे का निशान : 82.44 आरएल मीटर
उच्च जल स्तर : 85.43 आरएल मीटर (2001)
वर्तमान जल स्तर : 78.250 आरएल मीटर
-गोर्रा : पिंडरा घाट
खतरे का निशान : 70.50 आरएल मीटर
उच्च जल स्तर : 72.15 आरएल मीटर (1998)
वर्तमान जल स्तर : 66.500 आरएल मीटर
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