- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- फर्जी वेबसाइट से बांटी...
बरेली न्यूज़: पैरामेडिकल एवं नर्सिंग इंस्टीट्यूट को मान्यता प्रदान करने वाली यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी के नाम से मिलती हुई स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी वेबसाइट बनाई गई. जिसके जरिए कई संस्थानों को मान्यता प्रमाण पत्र जारी किए गए. फर्जीवाड़े का पता यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी की तरफ से जांच कराए जाने पर पता चला. जिसके आधार पर विभूतिखंड कोतवाली में यूपी स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी सचिव डॉ. आलोक कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया है.
मान्यता के बदले लिए रुपये फर्जी वेबसाइट का संचालन रुपये ऐंठने के लिए किया जा रहा है. स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी वेबसाइट रजिस्टर कराने वालों ने साजिश के तहत यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी के नाम से मिलती हुए नाम का इस्तेमाल किया है. फर्जी वेबसाइट के जरिए इण्डियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट की तरफ कितने अन्य संस्थानों को मान्यता प्रदान की गई है. इसकी विस्तृत जांच किया जाना जरुरी है. इस आधार पर सचिव डॉ. आलोक कुमार ने को विभूतिखंड कोतवाली में तहरीर दी है. जिसके आधार पर फर्जी वेबसाइट स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी के संचालकों के बारे में पुलिस जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है.
हमारी फीस वापस कराओ: पीलीभीत बाईपास स्थित फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट को पिछले सप्ताह बंद कराया गया था. इंस्टीट्यूट संचालकों का फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद से छात्र परेशान हैं. छात्रों ने डीएम से मुलाकात की. फर्जी इंस्टीट्यूट के प्रबंधन से फीस और रूम का एडवांस कराने की मांग की. डीएम ने प्रदर्शनकारी छात्रों को सीएम के पास जाने की सलाह दी.
पिछले सप्ताह पीलीभीत बाईपास पर फर्जी दस्तावेज के सहारे संचालित हो रहे इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. प्रिंसीपल और संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. इंस्टीट्यूट में दाखिला लेने वाले छात्रों की मुश्किलें बढ़ गईं.
बगैर मान्यता चल रहे संस्थानों की जांच में खुलासा: डॉ. आलोक कुमार के मुताबिक पैरामेडिकल एवं नर्सिंग इंस्टीट्यूट के संचालन के लिए मान्यता आवश्यक है. लेकिन कुछ संस्थान बिना मान्यता के चल रहे हैं. बरेली, आगरा और बलिया में ऐसे संस्थान चल रहे हैं. जिसमें छात्र-छात्राओं ने एडिमशन ले रखा है. यह शिकायत यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी में की गई थी. जांच शुरू किए जाने पर बरेली पीलीभीत बाईपास स्थित इण्डियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के बारे में पता चला. संस्थान की तरफ से दावा किया गया कि स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी से उसे मान्यता प्रदान की गई है. इण्डियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के दावे पर प्राइवेट नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल कॉलेज एसोसिएशन ने इसकी शिकायत सचिव डॉ. अलोक कुमार को पत्र भेज कर की थी.