उत्तर प्रदेश

स्कूलों में पांच माह से नहीं पहुंच रहा राशन, उधारी खा रहे बच्चे

Admin Delhi 1
19 May 2023 10:57 AM GMT
स्कूलों में पांच माह से नहीं पहुंच रहा राशन, उधारी खा रहे बच्चे
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मुरादाबाद न्यूज़: देहात क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में बच्चे उधार के राशन से पेट भर रहे हैं. पांच महीनों से उनके हिस्से का राशन ही नहीं पहुंचा है या यूं कहें कि उनके विद्यालय को राशन आवंटित ही नहीं हुआ. जनवरी से मार्च तक का राशन उठान खाद विपणन विभाग की ओर से नहीं होने के कारण डीलर स्कूलों को राशन नहीं दे सके. स्कूल प्रभारी और प्रधानाचार्य इस स्थिति में डीलर से उधार राशन ला रहे हैं. कुछ शिक्षकों का कहना है कि राशन उधार लाया जा रहा है, लेकिन डीलर फोर्टिफाइड चावल नहीं दे रहे.

जिले में 1401 परिषदीय विद्यालय हैं. इनमें से शहर क्षेत्र के 105 विद्यालयों में एनजीओ पका-पकाया भोजन पहुंचता है. यहां व्यवस्था ठीक है. ग्रामीण क्षेत्रों के 1296 परिषदीय विद्यालयों के लिए खाद विपणन विभाग की ओर से डीलर को राशन पहुंचाया जाता है और वे विद्यालयों में देते हैं. इन विद्यालयों में जनवरी,2023 से ही राशन नहीं पहुंचाया गया. करीब 2000 क्विंटल राशन की आपूर्ति होनी है.

विद्यालय हैं नगर क्षेत्र में, शहर में व्यवस्थाएं दुरुस्त

इतना मिलना चाहिए अनाज

प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए 100 ग्राम प्रति बच्चा स्कूल दिवस की दर से और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए 150 ग्राम प्रति बच्चा प्रति स्कूल दिवस की दर से गेहूं और चावल की आपूर्ति होनी चाहिए.

डीलरों के पास भी खत्म होने वाला है राशन

राशन नहीं पहुंचने के कारण टीचर व प्रधानाचार्य राशन डीलर से उधार में अनाज लेकर आ रहे हैं. कुछ राशन डीलरों ने तो यह भी कह दिया है कि जल्द व्यवस्था नहीं हुई तो वे भी नहीं दे पाए. उनके पास भी राशन खत्म होने वाला है. वहीं शिक्षकों का कहना है कि यह मामला काफी दिनों से दबाया जा रहा था. साथ ही बच्चों को गुणवत्तायुक्त चावल नहीं दिया जा रहा है, जबकि नियम फोर्टिफाइड चावल देने का है.

पिछली तिमाही के खाद्यान्न का उठान खाद विपणन विभाग के द्वारा नहीं हो पाया था. इस कारण खाद्यान्न राशन डीलरों तक नहीं पहुंच सका था. अब इस तिमाही के राशन का उठान शुरू हो चुका है.

-बुद्धप्रिय सिंह, बीएसए

दो ब्लाकों का मिड डे मील नहीं पहुंचा था बाकी जिले के सभी ब्लाकों में पहुंचा था. जिन दो ब्लाकों का राशन रह गया था उसकी फाइल बन गई है रिवाइज होकर उन ब्लाकों में राशन पहुंचा दिया जाएगा.

-राजेश्वर प्रताप सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी.

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