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उत्तर प्रदेश: गोरखपुर में भारी बारिश के कारण राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा। भारी बारिश के कारण राप्ती नदी रविवार को खतरे के निशान से पार हो गई। रोहिन और सरयू नदी पहले से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। बाढ़ के कारण दर्जनों गांव प्रभावित हो गए हैं। आवागमन बाधित हो गया है। आने-जाने के लिए लोग नाव का सहारा ले रहे हैं। जिले के तटीय इलाकों पर दहशत का माहौल है। बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। गांव में राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है।
गोरखपुर में रविवार की सुबह राप्ती नदी खतरे के निशान 74.98 आरएल मीटर पार कर 75.150 आरएल मीटर पर पहुंच गई। दर्जनभर से अधिक गांवों में पानी घुस गया। रोहिन नदी कैम्पियरगंज इलाके में तबाही मचा रही है। जिले के 50 से ज्यादा गांव पानी से घिरे हुए हैं। सिद्धार्थनगर जिले में बूढ़ी राप्ती नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। नदी खतरे के निशान से 1.43 मीटर ऊपर बह रही है। इससे आसपास के गांवों में दहशत है। घोंघी नदी भी लाल निशान के ऊपर बह रही है। अन्य नदियां भी लाल निशान पार करने को आतुर हैं। जिले में बाढ़ से 50 से अधिक गांव प्रभावित हैं।
इन जिलों में सरयू नदी का बढ़ा पानी
कई मार्गों पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से आवागमन बाधित हो गया है। देवरिया में सरयू नदी खतरे के निशान से एक मीटर से अधिक ऊपर बह रही है। संतकबीरनगर में राप्ती नदी खतरे के निशान से 45 सेमी और सरयू 75 सेमी नीचे प्रवाहित हो रही है। सरयू नदी का पानी आधा दर्जन गांव के पास पहुंच गया है। कटान भी बढ़ गई है। बिड़हरघाट में मंदिरों पर संकट बढ़ गया है। नदी का पानी शवदाह स्थल के पास तक पहुंच गया है। बेलहर क्षेत्र में बाढ़ के चलते तीन सम्पर्क मार्ग बंद हो गए हैं। राजघाट से अगियौना हसनी मार्ग पूरा बन्द हो गया। जंगल दशहर मार्ग पर पानी भरने से नाव चल रही है।
हजारों एकड़ फसल हुए जलमग्न
सुरसा चमनजोत से कटया निबिहा गांव सम्पर्क मार्ग पर भी आवागमन बंद हो गया है। बस्ती में सरयू नदी खतरे के निशान से 24 सेमी ऊपर पहुंच गई। अगले 24 घंटे में नदी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार कई बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर ऊपर उठेगा।
दुबौलिया क्षेत्र के तीन गांव पानी से घिर गए हैं, जो बंधे और नदी के बीच स्थित हैं। कई अन्य गांव की तरफ पानी बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने से कटरिया-चांदपुर, गौरा सैफाबाद सहित अन्य तटबंधों पर दबाव बना है। कुशीनगर में गंडक का जलस्तर कम हुआ है लेकिन नदी तेजी से कटान कर रही है। महाराजगंज में बाढ़ के पानी के दबाव से बघेला नाला तबाही मचा रहा है तो महाव नाले का तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया है। हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है।
उत्तर प्रदेश: गोरखपुर में भारी बारिश के कारण राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा। pic.twitter.com/xY7nOgEZ7l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 11, 2022