उत्तर प्रदेश

Rampur: शादी का झांसा देकर बनाए शारीरिक संबंध ,गर्भवती होने पर जबरन कराया गर्भपात

Tara Tandi
29 March 2024 7:00 AM GMT
Rampur: शादी का झांसा देकर बनाए शारीरिक संबंध ,गर्भवती होने पर जबरन कराया गर्भपात
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रामपुर : स्वार क्षेत्र की एक युवती को हल्द्वानी के युवक ने फेसबुक पर दोस्ती कर प्रेमजाल में फंसा लिया। इसके बाद शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए, जिसके चलते वह गर्भवती हो गई। बाद में उसका जबरन गर्भपात करा दिया। युवती ने शादी का दबाव बनाया तो उसने परिजनों के साथ मिलकर मारपीट की और जान से धमकी देकर भगा दिया।
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर प्रेमी सहित छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी युवती का कहना है कि लगभग तीन वर्ष पहले सोशल मीडिया के माध्यम से वह निखिल सिंह निवासी गली नंबर तीन सरगम सिनेमा रामपुर रोड हल्द्वानी उत्तराखंड के संपर्क में आई थी।
दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और प्रेम प्रसंग चलने लगा। निखिल ने शादी का वादा करके शारीरिक संबंध बनाए। इसके चलते वह गर्भवती हो गई। बाद में उसने जबरन गर्भपात करा दिया। इसके बाद शादी करने से मुकर गया।
युवती ने मामले की जानकारी जब निखिल के माता-पिता और जीजा को दी तो उन्होंने शादी के लिए कुछ समय मांगा। युवती का आरोप है कि 23 जनवरी 2024 को निखिल उसके घर आया। तब वह घर में अकेली थी। निखिल ने उसके साथ दुष्कर्म किया और मारपीट की।
अगले दिन उसे अपने साथ नैनीताल के भीमताल स्थित एक होटल लेकर पहुंचा जहां उसके माता-पिता और जीजा समेत दो अज्ञात पहले से मौजूद थे। उन्होंने धमकी दी कि वह निखिल का पीछा छोड़ दे। सभी ने मिलकर मारपीट की और उसे भगा दिया।
एसपी के आदेश पर स्वार पुलिस ने आरोपी युवक के पिता गोविंद सिंह, माता इंद्र सिंह और जीजा रोहित कुमार व दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। कोतवाल संदीप त्यागी ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
नर्स के वायरल वीडियो के मामले में चार पर रिपोर्ट दर्ज
पटवाई में बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक नर्स का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें नर्स ने अस्पताल में कुछ पैसों में गर्भपात होने की बात कही थी। इस मामले में बृहस्पतिवार की शाम को नोडल अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने दो नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
नोडल अधिकारी केके चहल ने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद जब अस्पताल पर जांच करने पहुंचे तो वह बंद पाया गया। अस्पताल संचालक से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि अस्पताल एक माह पहले ही बंद किया जा चुका है। बताया कि वहां मेरी सहायिका रहती है।
जब उनसे संपर्क किया गया तो सहायिका ने बताया कि मुझे प्रभोलन देकर मुझसे अवैध वसूली की नीयत से गलत बयान दिलवाया गया और उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
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