- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- पूर्वांचल के इस सीट से...
पूर्वांचल के इस सीट से BJP के टिकट पर चुनाव लड़ने की फिराक में था राजन तिवारी
पूर्वांचल में एक नाम इन दिनों चर्चाओं में है. यह नाम है पूर्व बाहुबली विधायक राजन तिवारी का..यूपी की पुलिस राजन तिवारी पर शिकंजा कसते जा रही है.पूर्व विधायक से संबंध रखने वाले लोगों की कुंडली खगाल रही है. माफिया राजन तिवारी का गहरा संबंध देवरिया जनपद से भी है. जब भी वह पूर्वांचल के दौरे पर आता था. इस दौरान देवरिया जनपद में ही एक शराब कारोबारी के साथ रूकता था. इस शराब कारोबारी का पार्टनर बिहार का रहने वाला है, जो अपने को राजन तिवारी का रिश्तेदार बताता था.
देवरिया के शराब व्यपारी राजन तिवारी की करता था मदद
राजन तिवारी का नेटवर्क देवरिया में वृहद स्तर पर फैला हुआ है. गिरफ्तार होने के बाद इसको लेकर देवरिया पुलिस काफी गंभीर है और माफिया से संबंध रखने वालों की कुंडली खगाल रही है. पुलिस सूत्रों की माने तो फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट होने के बाद पूर्व विधायक राजन तिवारी के बारे में यहां की भी पुलिस पड़ताल कर रही है. पुलिस को इस बात की भनक लगी है कि राजन तिवारी से जिले के बड़े लोगों से अच्छे ताल्लुकात हैं. यह माफिया का सहयोग भी करते हैं जिले में आने के बाद माफिया की उनसे घंटों बातें भी होती थी. जनपद के कुछ ऐसे चर्चित नाम है जो राजन तिवारी की आर्थिक मदद भी करते थे.
देविरया के बरहज विधानसभा सीट से लड़ने वाला था चुनाव
पूलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शराब से जुड़े व्यवसाई और कुछ नेताओं से राजन तिवारी के मजबूत रिश्ते रहे हैं. सभी राजन के साथ मिलकर प्रॉपर्टी का भी काम करते थे. माफिया की गिरफ्तारी के बाद इन से संबंध रखने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक,राजन तिवारी देवरिया के बरहज विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने की फिराक में था. माफिया राजन तिवारी कई बार देवरिया जनपद की राजनीति में उतरने का प्लान बनाया था. इसके लिए यहां से बड़े लोगों ने सहयोग करने की हामी भरी थी. पिछले विधानसभा चुनाव में कई बार राजन तिवारी अपने काफिले के साथ जनपद में आया और अपनी टिकट की दावेदारी पेश करता रहा.
चर्चाएं रही कि राजन तिवारी बरहज विधानसभा से भाजपा से टिकट हासिल कर लेगा. राजन तिवारी का काफिला देख लोग सकते में आ जाते थे, लेकिन चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद राजन तिवारी बिहार की तरफ वापस लौट गया. राजन तिवारी के खिलाफ देवरिया जिले में एक भी अपराधिक मुकदमे दर्ज नहीं है. हालांकि देवरिया के शराब व्यापारी और सत्ता पक्ष के नेताओं से इसके रिश्ते हैं, जो अपनी सीधी धमक बीजेपी में रखते हैं.
मोबाइल डिटेल से हो सकता है बड़ा खुलासा
अगर पुलिस पूर्व विधायक माफिया राजन तिवारी कि मोबाइल डिटेल खगालती है तो कई चौकानेवाले राज देवरिया से खुलेंगे, तमाम सहयोगी बेनकाब होंगे जो इसके कारोबार से सीधे जुड़े हुए हैं. जैसे ही उनके सहयोगियों को देवरिया जनपद में भनक लगी कि विधायक राजन तिवारी गिरफ्तार चुके हैं पूरा नेटवर्क पूर्व विधायक के काफिले के साथ लगने का प्रयास करने लगा. इस संबंध में जब हमने देवरिया पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा से बात कि तो उनका कहना है कि इस पूरे मामले में गोरखपुर पुलिस जांच कर रही है और हम भी क्वाडिनेसन में है.