उत्तर प्रदेश

जनप्रतिनिधि और क्षेत्र के लोगो ने फायर ब्रिगेड स्टेशन की मांग की

Admindelhi1
17 April 2024 8:39 AM GMT
जनप्रतिनिधि और क्षेत्र के लोगो ने फायर ब्रिगेड स्टेशन की मांग की
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तहसील मुख्याल पर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था नहीं है

कानपूर: तहसील मुख्याल पर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था नहीं है सालों से जनप्रतिनिधि और क्षेत्र के लोग इसकी मांग कर रहे हैं बावजूद इसके यह सुविधा अब तक नहीं मिल पाई है कई बार तहसील क्षेत्र के गांवों में आग की घटना होने पर जिला मुख्यालय से मदद बुलवानी पड़ती है आग की घटनाओं में समय पर मदद नहीं मिलने के कारण लोगों का लाखों का नुकसान हुआ है मंडावरा तहसील के अंतर्गत 0 गांव आते हैं फिर भी मुख्यालय पर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था नहीं है तहसील मुख्यालय सहित थाना, कृषि उपज मंडी, वन परिक्षेत्र कार्यालय खंड विकास कार्यालय अस्पताल स्कूल कॉलेज चार बैंक होने के बाद भी मंडावरा तहसील में यह सुविधा नहीं है. मड़ावरा तहसील मुख्यालय होने के बावजूद मंडावरा में अग्निकांड से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं है तहसील मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर है.

ऐसे में कई बार सूचना के चार घंटे बाद तक भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं पहुंच पाती आग बुझाने के लिए आसपास इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं है. इसी कारण तहसील मुख्यालय पर फायर ब्रिगेड स्टेशन स्थापित करने की मांग काफी समय से हो रही है क्षेत्र में हर वर्ष खेत खलिहानों और जंगलों में आगजनी की घटनाएं होती हैं. फायर ब्रिगेड के पहुचने तक आग में सबकुछ स्वाहा हो जाता है.

लोन दिलाने पर दो लाख हड़पे

लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुये दो लाख रुपये हड़पने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में पीड़ित ने एसपी टीकमगढ़ व एसपी ललितपुर के अलावा चौकी बिरधा को शिकायती पत्र दिया था, लेकिन कार्यवाही नहीं हुयी. पीड़ित ने आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग उठायी थी. आईजीआरएस से प्राप्त शिकायती पत्र के आधार पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है.

चौकी बिरधा अंतर्गत पोस्ट खजुरिया के ग्राम मैनवार निवासी गनेश पुत्र बुद्दा ने आईजीआरएस पर दर्ज करायी शिकायत में बताया कि उसे रुपयों की आवश्यकता थी, जिस पर उसे मध्य प्रदेश के जिला टीकमगढ़ अंतर्गत थाना देगोड़ा अंतर्गत रहने वाले राहुल ने लोन दिलाने की बात कही. आरोप है कि लोन दिलाने के नाम पर राहुल अहिरवार ने उससे 2 अगस्त 2023 को एक लाख रुपये फोन-पे के माध्यम से दिये थे. इसके बाद 8 अगस्त 2023 को एक लाख रुपये नकद दिये थे. पुलिस ने राहुल अहिरवार के खिलाफ धारा 420, 406, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है.

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