उत्तर प्रदेश

प्रो. विनय पाठक के खिलाफ एसटीएफ जरूरी वैज्ञानिक साक्ष्यों को तलाशने में जुटी

Admin Delhi 1
3 Jan 2023 11:07 AM GMT
प्रो. विनय पाठक के खिलाफ एसटीएफ जरूरी वैज्ञानिक साक्ष्यों को तलाशने में जुटी
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लखनऊ न्यूज़: परीक्षा संचालन का ठेका देने के लिये कमीशन मांगने के आरोप में फंसे सीएसजीएमयू कानपुर के कुलपति प्रो. विनय पाठक की सीबीआई जांच की सिफारिश होते ही एसटीएफ ने सबूतों की फाइल तैयार करनी शुरू कर दी. पूछताछ से मिले साक्ष्यों की फाइल तैयार भी हो गई है. अब वैज्ञानिक साक्ष्यों को भी संकलित किया जा रहा है. वहीं यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों में इस बात की चर्चा होने लगी कि सीबीआई जांच से विनय पाठक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

डेविड मारियो ने इस मामले में 26 अक्तूबर को इंदिरा नगर थाने में प्रो. विनय पाठक और उनके करीबी अजय मिश्र पर एफआईआर दर्ज कराई थी.

कई लोग जेल गए इसमें अजय मिश्र, कमीशन मैनेज करने वाले अजय जैन और अजय के करीबी संतोष कुमार अब तक जेल जा चुके हैं. एसटीएफ ने विनय पाठक को बयान दर्ज कराने के लिये नोटिस भी भेजा था, लेकिन उन्होंने 25 नवम्बर के बाद आने की बात कहकर टाल दिया था. इस तारीख के बाद भी वह बयान देने के लिये उपलब्ध नहीं हुये.

साक्ष्य जुटाने में लगी एसटीएफ भी हैरान एसटीएफ ने साक्ष्य जुटाने के बाद ही विनय पाठक के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा बढ़ा दी थी. अब वह विनय पाठक पर और ज्यादा शिकंजा कसने जा रही थी, तभी अचानक सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी गई. सूत्रों की मानें तो एसटीएफ भी सीबीआई जांच की सिफारिश से हैरान रह गई. उसकी तीन टीमें एकेटीयू, कानपुर यूनिवर्सिटी, आगरा यूनिवर्सिटी समेत कई विश्वविद्यालयों में विनय पाठक की तैनाती के दौरान के कई दस्तावेज जुटा कर जांच कर रही थी.

सीबीआई जांच शुरू होने पर ही पता चलेगा मामले का सच:

सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद जांच के दायरे में आयी यूनिवर्सिटी में यह चर्चा हो रही है कि इससे विनय पाठक की मुश्किलें बढ़ेंगी या कम होगी. एकेटीयू के ही एक कर्मचारी का कहना है कि एसटीएफ ने सारी साक्ष्य जुटा लिये थे बस, वह विनय पाठक पर ही शिकंजा नहीं कस सकी. मामले से जुड़े लोगों का मानना है कि अब सीबीआई की जांच में क्या नया सामने आता है, यह तो सीबीआई जांच शुरू होने पर ही पता चलेगा.

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