उत्तर प्रदेश

296 किलोमीटर लंबे चार लेन एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री शनिवार को करेंगे लोकार्पण

Admin4
15 July 2022 9:04 AM GMT
296 किलोमीटर लंबे चार लेन एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री शनिवार को करेंगे लोकार्पण
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दिल्ली से चित्रकूट के लिए अब डीएनडी फ्लाईवे नौ किलोमीटर, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे 24 किलोमीटर, यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे 135 किमी और कुदरैल इटावा (आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे) से चित्रकूट 296 किलोमीटर सहित कुल 630 किमी की यात्रा होगी।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से अब चित्रकूट से दिल्ली तक 630 किलोमीटर का सफर निर्बाध यात्रा से आठ से नौ घंटे में पूरा हो सकेगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद बुंदेलखंड का औद्योगिक और आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। 14,850 करोड़ रुपये की लागत से बने 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई को लोकार्पण करेंगे। एक्सप्रेसवे बनने के बाद बुंदेलखंड क्षेत्र का प्रदेश की राजधानी लखनऊ और देश की राजधानी दिल्ली तक सड़क मार्ग से सुगम संपर्क होगा।

औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने बताया कि 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करेंगे। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को गंगा एक्सप्रेस वे के लिए पर्यावरण की एनओसी मिल गई है।

दिल्ली से चित्रकूट के लिए अब डीएनडी फ्लाईवे नौ किलोमीटर, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे 24 किलोमीटर, यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे 135 किमी और कुदरैल इटावा (आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे) से चित्रकूट 296 किलोमीटर सहित कुल 630 किमी की यात्रा होगी। एक्सप्रेसवे बनने से बुंदेलखंड के चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिलों के लोग लाभान्वित होंगे।

बांदा और जालौन में एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कारिडोर भी बनाया जा रहा है। इसके लिए सलाहकार एजेंसी का चयन हो चुका है। उद्योग लगने से लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिलेगा। एक्सप्रेसवे के आरओडब्ल्यू के तहत लगभग सात लाख पौधरोपण किया जा रहा है।

28 महीने में बना एक्सप्रेसवे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी-2020 में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। यूपीडा ने वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद 28 माह में 296 किमी लंबा एक्सप्रेसवे तैयार कराया है। यूपीडा के अधिकारी ने बताया कि एक्सप्रेस-वे लक्ष्य से आठ महीने पहले बनकर तैयार हुआ है। परियोजना में न्यूनतम निविदा अनुमानित लागत से करीब 12.72 प्रतिशत कम है। इससे यूपीडा को करीब 1132 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है।

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