उत्तर प्रदेश

महिला अस्पताल में पैथोलॉजी लैब को 24 घंटे शुरू करने की तैयारी

Admindelhi1
16 April 2024 4:32 AM GMT
महिला अस्पताल में पैथोलॉजी लैब को 24 घंटे शुरू करने की तैयारी
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महिला अस्पताल में 24 घंटे जांच की सुविधा मिलेगी

गाजियाबाद: जिला महिला अस्पताल में पैथोलॉजी लैब को 24 घंटे शुरू करने की तैयारी की जा रही है. अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए पैथोलॉजी प्रभारी को रोस्टर बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. इस सुविधा से इमरजेंसी में गर्भवतियों की जांच की जा सकेगी.

महिला अस्पताल में प्रतिदिन 600 महिलाएं ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचती हैं. इनमें से करीब 150 महिलाओं को चिकित्सक खून की जांच की सलाह देते हैं. खून की जांच चौथी मंजिल पर पैथोलॉजी लैब की जाती है. अस्पताल में जांच करने के लिए सुबह बजे ही टोकन बांट जाते हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रतिदिन 70 से 80 टोकन बांटकर बाकी मरीज को अलगे दिन के लिए लौटा दिया जाता है. इससे महिलाओं को मायूस होकर लौटना पड़ता है और जांच के लिए अगले दिन सुबह आना पड़ता है. इस व्यवस्था को खत्म करने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने 24 घंटे पैथोलॉजी लैब शुरू करने की तैयारी कर ली है. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि लैब प्रभारी डॉ. शैफाली को रोस्टर बनाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि लैब टेक्नीशियन की शिफ्ट में ड्यूटी लगाकर लैब 24 घंटे संचालित की जा सके. उन्होंने कहा कि इससे इमरजेंसी में मरीजों को जांच की सुविधा मिल सकेगी. इमरजेंसी में खून की जांच की सुविधा नहीं है.

ट्रांसपोर्टर का शव फंदे से लटका मिला: डीएलएफ कॉलोनी में किराये के फ्लैट में रहने वाले ट्रांसपोर्टर का शव सुबह पंखे से लटका मिला. पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को जानकारी देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

एसीपी शालीमार गार्डन सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि 45 वर्षीय सुनील कुमार पत्नी रीना और दो बेटियों के साथ रहते थे. वह हापुड़ के दहीपुर गांव के मूलनिवासी थे. टीला मोड़ स्थित गैस प्लांट में उनका ट्रांसपोर्ट का काम था. दो दिन पहले रीना बच्चियों को लेकर ग्रेटर नोएडा में मायके गई थीं. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. एसीपी का कहना है कि कारणों का पता लगाया जा रहा है.

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