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प्रयागराज: महाकुंभ मेला 2025 को लेकर अफवाहें और भ्रामक जानकारियां फैलाने के मामले में पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। मेला कोतवाली पुलिस ने सात सोशल मीडिया अकाउंट धारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। प्रशासन ने यह कार्रवाई उन पोस्ट्स और वीडियो के आधार पर की है, जो महाकुंभ के आयोजन को लेकर झूठी खबरें फैला रहे थे।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर
SSP (कुंभ मेला) राजेश द्विवेदी ने बताया कि सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर गलत जानकारी देने वालों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन को बदनाम करने की किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग अफवाहें फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोशल मीडिया पर गलत दावे, एडिट किए गए वीडियो और झूठे पोस्ट के माध्यम से मेला आयोजन को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी। इन पोस्ट्स की वजह से श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।
FIR में शामिल धाराएं और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने जिन सात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, उन पर आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों के खिलाफ साइबर अपराध शाखा भी जांच कर रही है, ताकि झूठी खबरें फैलाने वालों के नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
आधिकारिक सूत्रों से जानकारी लेने की अपील
महाकुंभ मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी वेबसाइट, पुलिस विभाग और प्रशासन द्वारा जारी की गई सूचनाओं पर ही विश्वास करें।
मेला अधिकारी ने कहा, “महाकुंभ मेला न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। ऐसे में गलत सूचनाओं से भ्रम फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
प्रशासन पूरी तरह से सतर्क
महाकुंभ 2025 का आयोजन भव्य तरीके से किया जा रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। प्रशासन ने साफ किया है कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी और साइबर सेल लगातार सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी कर रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाहें न फैलें महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन को लेकर अफवाहें फैलाने वालों पर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। सोशल मीडिया पर गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ लगातार जांच जारी है। श्रद्धालुओं और आम जनता से अनुरोध है कि वे भ्रामक खबरों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।