उत्तर प्रदेश

Prayagraj: आग लगने के बाद धमाके के साथ फटने लगे सिलेंडर,मची अफरा-तफरी

Renuka Sahu
20 Jan 2025 1:26 AM GMT
Prayagraj:  आग लगने के बाद धमाके के साथ फटने लगे सिलेंडर,मची अफरा-तफरी
x
Prayagraj प्रयागराज: महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में आग लगने के बाद शिविर के अंदर रखे सिलेंडर एक-एक कर ब्लास्ट करने लगे। आसमान में धुआं उठता देख पूरे महाकुंभ मेले में अफरा-तफरी मच गई। रविवार दोपहर करीब चार बजे मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 में करपात्र धाम वाराणसी और गीता प्रेस गोरखपुर के शिविरों में आग लग गई। आग ने भीषण रूप ले लिया और बांस व फूस से बनी करीब 300 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं।
इतना ही नहीं पांच बाइक और पांच लाख रुपये नकद भी आग की भेंट चढ़ गए। हादसे के दौरान झोपड़ियों में रखे 10 से अधिक एलपीजी सिलेंडर फट गए। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, हालांकि आग की चपेट में आने से हरियाणा और सिलीगुड़ी के दो लोग झुलस गए हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है।
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। हादसे में ढाई करोड़ से अधिक का नुकसान होने की आशंका है। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन मंत्रियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। मोरी मार्ग पर पीपा पुल नंबर 12 के पास सेक्टर-19 में अखिल भारतीय धर्म संघ, श्रीकरपात्र धाम वाराणसी और गीता प्रेस गोरखपुर का शिविर है। करीब पांच हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैले इस शिविर के आधे हिस्से में श्रीकरपात्र धाम से जुड़े श्रद्धालु और शेष हिस्से में करीब 300 झोपड़ियों में गीता प्रेस गोरखपुर से जुड़े श्रद्धालु ठहरे हुए थे। करीब चार बजे श्रीकरपात्र धाम के श्रद्धालु पवन त्रिपाठी की झोपड़ी से धुआं उठने लगा। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता झोपड़ी से लपटें उठने लगीं।
प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मंदार ने बताया कि रविवार शाम साढ़े चार बजे कुंभ क्षेत्र सेक्टर 19 के गीता प्रेस में आग लगने की सूचना मिली। दमकल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गीता प्रेस के साथ ही 10 प्रयागवालों के टेंट में भी आग फैलने की सूचना मिली, जिसे बुझा दिया गया है। स्थिति सामान्य है, किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। आग बुझने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
उन्होंने अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाने और आग लगने के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि जिस समय आग लगने की घटना हुई, उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेला क्षेत्र में साधु-संतों से मिलने के साथ ही बस्ती का निरीक्षण करने गए थे।
Next Story