उत्तर प्रदेश

Pratapgarh: पुलिस चौकी के पास लाखों की सोने की चेन लेकर भागे टप्पेबाज

Admindelhi1
22 Nov 2024 7:09 AM GMT
Pratapgarh: पुलिस चौकी के पास लाखों की सोने की चेन लेकर भागे टप्पेबाज
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पुलिस टप्पेबाजों व उनकी बाइक की पहचान करने का प्रयास कर रही है

प्रतापगढ़: लखनऊ से सराफा की दुकान के लिए 240 ग्राम सोने की चेन लेकर सैंपल के रूप में दिखाने आए कर्मचारी को टप्पेबाजों ने पुलिस चौकी के पास दिनदहाड़े अपना शिकार बना लिया. चेकिंग के बहाने कर्मचारी के बैग से चेन निकाल ली और पुलिस चौकी चलने का झांसा देकर चेन सहित भाग निकले. चेन की कीमत लगभग 18 लाख रुपये बताई जा रही है. टप्पेबाजों की फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गई है. जिसकी पड़ताल करते हुए पुलिस टप्पेबाजों व उनकी बाइक की पहचान करने का प्रयास कर रही है.

लखनऊ के मातेश्वरी गोल्ड हाउस का कर्मचारी शिव शंकर शुक्ला बेल्हा में मकंद्रूगंज पुलिस चौकी के पास स्थित माधव प्रसाद सराफ के यहां चेन के सैंपल पहुंचाने आया था. उसके मुताबिक सोने की चेनों का वजन 240 ग्राम था. शाम करीब साढ़े चार बजे वह माधव प्रसाद की दुकान के पास पहुंचा और सीढ़ियां चढ़ने ही जा रहा था कि उसी दौरान एक बाइक से दो टप्पेबाज पहुंचे. बाइक चला रहा टप्पेबाज हेलमेट लगाए बाइक पर ही बैठा रहा. जबकि बाइक पर पीछे बैठा सफेद टोपी लगाए टप्पेबाज तेजी से शिव शंकर की ओर लपका. माधव प्रसाद के दुकान की सीढ़ियों पर पैर रखने के पहले ही टप्पेबाज ने पीछे से शिवशंकर को रोक लिया. खुद को पुलिसवाला बताया और कहा कि जहरीली दवाओं की चेकिंग हो रही है, बाइक पर बैठे साहब को अपना बैग चेक कराओ. बाइक पर हेलमेट लगाकर बैठे टप्पेबाज को अपना साहब बताकर शिवशंकर को उसके पास ले गया तो इसी दौरान टप्पेबाजों का एक तीसरा साथी बैग लेकर आ गया. शिवशंकर को झांसा देने के लिए टप्पेबाजों ने उसका बैग चेक किया और भीतर सोना होने की बात कहकर उसे छोड़ दिया. इसके बाद शिवशंकर का बैग चेक किया लेकिन सोने की चेन निकाल ली और कहा पुलिस चौकी चलना पड़ेगा. इसके बाद कुछ कदम वह शिवशंकर के साथ पुलिस चौकी की ओर बढ़ा. इसी बीच उनका चौथा साथी भी बाइक लेकर आ गया और दोनों बाइक से चारों टप्पेबाज भंगवा की ओर भाग गए. पुलिस सीसीटीवी से सुरागकसी कर रही है.

रेकी कर चुके थे टप्पेबाज: सीसीटीवी फुटेज से पता चल रहा है कि टप्पेबाज पहले से ही शिवशंकर के पीछे लगे थे. उन्हें पता था कि शिवशंकर के पास सोना है. टप्पेबाजी के दौरान और लोग भी बैग लेकर वहां आए लेकिन टप्पेबाजों ने शिवशंकर के अलावा किसी और को नही रोका. यही नहीं टप्पेबाजों ने शिवशंकर को झांसा देने के लिए अपने तीसरे साथी का बैग चेक किया तो उसमें सोना होने की बात कहकर बैग लौटा दिया ताकि शिवशंकर को गुमराह कर सकें. टप्पेबाजों का एक साथी हेलमेट, दूसरा कैप, तीसरा चेहरे पर मास्क और चौथा साथी हेलमेट लगाए हुए था. इसे देखते हुए पुलिस का अनुमान है कि टप्पेबाजों ने रेकी कर सीसीटीवी कैमरे का पता लगा लिया था.

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