उत्तर प्रदेश

Pratapgarh: डीएपी के लिए मारपीट, पुलिसकर्मी भी किसानों को संभालने में पूरी तरह नाकाम

Admindelhi1
26 Nov 2024 6:19 AM GMT
Pratapgarh: डीएपी के लिए मारपीट, पुलिसकर्मी भी किसानों को संभालने में पूरी तरह नाकाम
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पुलिस ने बंटवाई

प्रतापगढ़: जिले में डीएपी को लेकर किस कदर मारामारी हो रही है, इसका नजारा विकास खंड मानधाता की साधन सहकारी समिति सहेरुआ पर देखने को मिला. डीएपी के लिए जुटे सैकड़ों किसान आपस में ही भिड़ गए और मारपीट होने लगी. खास बात यह कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी किसानों को संभालने में पूरी तरह नाकाम रहे. नतीजा तीन घंटे बाद डीएपी का वितरण शुरू हो सका.

प्रशासन की ओर से साधन सहकारी समिति सेहरुआ पर भेजी गई डीएपी की खेप का वितरण करने की जानकारी किसानों को सचिव ने दी थी. नतीजा सुबह से ही समिति पर किसान कतार में खड़े हो गए. नौ बजे समिति पर पहुंचे सचिव ने भीड़ देखी तो उन्होंने चौकी इंचार्ज शनिदेव धाम उमाशंकर सिंह को बुला लिया. बावजूद इसके डीएपी का वितरण शुरू होते ही किसान आपस में पहले पाने की होड़ करने लगे. किसान आपस में ही भिड़ गए और मारपीट होने लगी. मौके पर मौजूद चौकी इंचार्ज सहित अन्य पुलिसकर्मी किसानों को संभालने में हांफने लगे, हालांकि इलाके के कुछ गणमान्य लोगों ने हस्तक्षेप कर किसानों को शांत कराया. करीब तीन घंटे बाद दोबारा डीएपी का वितरण शुरू किया गया.

पुलिस ने कराया वितरण साधन सहकारी समिति सहेरुआ पर भीड़ अधिक होने के कारण पुलिस ने डीएपी लेने के लिए कतार में खड़े किसानों का आधार कार्ड चेक करने के बाद उर्वरक दिलाई. शाम चार बजे तक समिति पर डीएपी का वितरण किया गया.

समिति के दायरे वाले गांव के किसानों को मिली खाद: साधन सहकारी समिति सहेरुआ पर डीएपी वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए ऐसे किसानों को ही उर्वरक दी गई जिनके गांव समिति के दायरे में आते हैं. दायरे से बाहर वाले किसानों को पुलिस ने बैरंग वापस कर दिया.

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