उत्तर प्रदेश

Pratapgarh: अध्यक्ष पद हेतु चुनाव 17 दिसंबर को, प्रत्याशी जुटे प्रचार में

Admindelhi1
10 Dec 2024 11:42 AM GMT
Pratapgarh: अध्यक्ष पद हेतु चुनाव 17 दिसंबर को, प्रत्याशी जुटे प्रचार में
x
त्रिकोणीय टक्कर की प्रबल संभावना

प्रतापगढ़: नगर पालिका परिषद बेल्हा के अध्यक्ष पद का उप चुनाव 17 दिसंबर को होना है जिसके लिए 12 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था जिसमें एक प्रत्याशी का नामांकन अवैध रहा। शेष 11 प्रत्याशियों में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ रहे भाजपा नेता संतोष मिश्रा ने काफी मान मनौव्वल के बाद भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में अपना नामांकन पत्र शुक्रवार को वापस ले लिया। इसी प्रकार सपा नेता विनोद पांडे ने भी सपा के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।

अंततः 9 प्रत्याशी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में हैं, इसमें भाजपा प्रत्याशी प्रेमलता सिंह है जो पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भी रही हैं और उनके पति स्व0 हरि प्रताप सिंह भी दो दशक से अधिक नगर पालिका अध्यक्ष रहे हैं। उनके 22 मई 2024 को दिवंगत होने से यह पद रिक्त हुआ था। भाजपा प्रत्याशी प्रेम लता सिंह को कमल का फूल चुनाव चिन्ह मिला है जिनकी सीधी टक्कर सपा प्रत्याशी राजकुमार सिंह राय साहब से है। बताते चलें कि राय साहब ब्लॉक प्रमुख सदर रहे हैं जिनका चुनाव चिन्ह साइकिल आवंटित हुआ है गौरतलब है कि पूर्व भाजयुमो जिला अध्यक्ष रवि गुप्ता ने भाजपा से बगावत कर चुनाव मैदान में उतर गए जिन्हें मनाने के लिए भाजपा प्रतापगढ़ इकाई के शीर्ष नेताओं के साथ जिले के प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह तक लग रहे मगर बात नहीं बनी।

इस प्रकार देखा जाए तो रवि गुप्ता निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का मन बना लिए जिन्हें लड़का लड़की चुनाव चिन्ह आवंटित हुआ है। इसी प्रकार ऑल इंडिया मजलिस-ए -इत्ते हादुल मुस्लिमीन पार्टी के प्रत्याशी महिब्बुल आरफीन को पार्टी का सिंबल पतंग चुनाव चिन्ह मिला है इसके साथ ही निर्दल प्रत्याशी मोहम्मद जाहिद को हथोड़ा, रविंद्र कुमार को टोंटी, हरिश्चंद्र को अनार, हिमायत उल्ला को रिक्शा व आजाद समाज पार्टी (काशीराम )से मोहम्मद तौसीफ रजा को केतली निशान चिन्ह आवंटित किया गया है।

बताते चलें कि पिछले लगभग 27 वर्षों से नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में स्व0 हरि प्रताप सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती प्रेमलता सिंह काबिज़ रहे। वह मिलनसार और सरल व्यक्तित्व के धनी थे और उन्हीं की लोकप्रियता के सहारे उनकी धर्मपत्नी प्रेमलता सिंह और परिवार प्रचार करते हुए वोट मांग रहे हैं। वही देखा जाए तो भाजपा से बगावत करते हुए भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष रवि गुप्ता के ऊपर शीर्ष नेताओं एवं प्रभारी मंत्री दया शंकर सिंह के मान मनौव्वल या दबाव का कोई असर नहीं हुआ और अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता न करते हुए चुनावी समर में कूद पड़े जिससे पूरे बनिया वर्ग और ब्राह्मण वोटर के अधिकांश समूह में सेंधमारी संभावित है,तो वहीं सपा उम्मीदवार राजकुमार सिंह राय साहब ब्लॉक प्रमुख सदर रह चुके हैं जिससे क्षत्रिय मतदाताओं में बटना तय है।

मुस्लिम वोटर भी बिखर जाएंगे क्योंकि तीन मुस्लिम उम्मीदवार भी खड़े हैं लेकिन अधिकांश शिक्षित मुस्लिम वोटर सपा को अपना मत देने में नहीं चूकेंगे। इस प्रकार देखा जाए तो अध्यक्ष पद के लिए त्रिकोणात्मक लड़ाई तय है यानि बीजेपी से प्रेमलता सिंह, सपा से राजकुमार सिंह राय साहब और निर्दलीय प्रत्याशी रवि गुप्ता के बीच कड़ी टक्कर होने की प्रबल संभावना है। सभी प्रत्याशी अपने-अपने परिवार के लोगों के साथ प्रचार में सक्रिय हो चुके हैं और घर-घर पहुंचकर अपने-अपने मुद्दों और वादों पर वोट मांग रहे हैं।फिलहाल, जनता भी विकास के नाम पर 17 दिसंबर को अपनी मुहर लगा देगी। अंतिम फैसला 19 दिसंबर को मतगणना के दिन तय होगा कि नगर पिता होगा कौन।

Next Story