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Pratapgarh: भाजपा का हवाई प्रचार संगमलाल को नहीं दिला सका जीत
प्रतापगढ़: 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कई महीने पहले से कवायद शुरू कर दी थी. गांव-गांव शासन की योजनओं की जानकारी देने के अभियान के साथ ही प्रत्याशी को लेकर भी कई रिपोर्ट तैयार कराई. चुनाव का बिगुल बजा तो संगमलाल गुप्ता दोबारा टिकट लेकर आ गए लेकिन नाराजगी ऐसी सामने आई कि उसे भाजपा का हवाई प्रचार नहीं दूर कर सका. समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन से अपने प्रत्याशी डॉ. एसपी सिंह के नाम की घोषणा पहले ही कर दी थी. वह यहां आए तो पटेल बिरादरी का होने के कारण भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाने लगे. तभी भाजपा के भीतर भी प्रत्याशी के विरोध में बगावत के सुर निकलने लगे. पार्टी के आम कार्यकर्ताओं के साथ ही पदाधिकारी भी प्रत्याशी को हराने का दावा करने लगे. भाजपा प्रत्याशी ने खिसकते वोट बैंक और नाराज कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री, दो उपमुख्यमंत्री और अपनादल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की जनसभाएं कराई लेकिन माहौल पक्ष में नहीं बन सका. बल्कि जनसभाओं के बाद हालत और बिगड़ते दिखे. अनुप्रिया पटेल ने राजाभैया को टारगेट किया तो खुद संगमलाल ने क्या क्षत्रियों को ही यहां सांसद बनने का अधिकार है की बात कहकर लोगों की नाराजगी बढ़ा दी. इसके बाद लोग गांव-गांव बैठक कर संगमलाल को हराने की ऐलान करने लगे.
संगम की हार से हैट्रिक से चूका एनडीए: भाजपा प्रत्याशी संगमलाल गुप्ता को पार्टी ने दूसरी बार मैदान में उतारा था लेकिन गठबंधन (एनडीए) यहां हैट्रिक की आस लगाए थे. 2014 में भाजपा ने प्रतापगढ़ सीट अपनादल को बंटवारे में दी तो कुंवर हरिवंश सिंह सांसद बन गए. 2019 में सदर विधायक रहते हुए संगमलाल गुप्ता लोकसभा का टिकट लेकर आए तो मोदी लहर में बड़े अंतर से जीत दर्ज की. इस बार तो जनवरी में श्रीरामलला के नूतन विग्रह स्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान और बड़ी जीत का माहौल दिखने लगा था. हालांकि संगमलाल के टिकट को लेकर अटकलें लगने लगीं. वह टिकट लेकर आए तो विरोध के स्वर मुखर होते गए. हार के बाद एनडीए का सपना टूट गया.