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वाराणसी में बिजली कर्मियों की 72 घंटे की हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमराई
वाराणसी: बिजली कर्मियों की 72 घंटे की हड़ताल से वाराणसी शहर और ग्रामीण अंचल की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। नगर क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों के सामने पेयजल का संकट भी व्याप्त है। बिजली कर्मियों की हड़ताल से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। लेकिन इससे भी लोगों को निर्बाध बिजली नहीं मिल पा रही है। शहर के कई हिस्सों में 25—30 घंटे विद्युत आपूर्ति ठप होने से लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। लोग पेयजल के लिए आसपास के हैंडपंपों का सहारा ले रहे हैं। वरुणापार के कई इलाकों में 24 घंटे से ऊपर बिजली कटौती से आक्रोशित लोग पांडेयपुर कालीमंदिर के पास धरने पर बैठ गए।
धरने में शामिल क्षेत्रीय पार्षद पति मयंक चौबे,कविन्दर जायसवाल ने कहा कि बिजली कर्मचारियों ने पहले ही हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दिया था, जिसके बाद भी विद्युत विभाग ने व्यवस्था नही की। शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन के अलावा कोई समाधान होता नहीं दिख रहा। धरना में व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा भी कुछ देर शामिल हुए।
क्षेत्रीय नागरिकों ने कहा कि 24 घंटे से ज्यादा समय से बिजली नहीं है लेकिन विभाग के अधिकारी इसकी सुध नहीं ले रहे हैं। सिगरा सिद्धगिरी बाग,कैलाशपुरी मठ,बनारस स्टेशन मंड़ुवाडीह के सामने के कई हिस्सों में घटों से बिजली आपूर्ति ठप है। मंड़ुवाडीह डीपीएच के टाउन1 से जुड़े इंग्लिशिया लाइन,परेड कोठी,मलदहिया,रोडवेज,कैंट क्षेत्र में भी गुरूवार की शाम से बिजली आपूर्ति ठप है। कोटवां उपकेन्द्र से जुड़े इलाकों का भी यहीं हाल है। उधर,जिला प्रशासन ने हड़ताल के बाद शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है। आपूर्ति निर्बाध जारी रखने के लिए शहर के 26 उपकेंद्रों को संवेदनशील घोषित करते हुए वहां मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। सिगरा स्थित सिटी कमांड सेंटर में शिकायतें दर्ज कराने के लिए कंट्रोल रूम खोल दिया गया है। संविदाकर्मियों की सुरक्षा में बकायदा पुलिसकर्मियों की तैनाती हुई है।
पूर्वांचल डिस्कॉम मुख्यालय पर अपर नगर मजिस्ट्रेट-प्रथम अजय कुमार मिश्र व भेलूपुर एसपी प्रवीण कुमार सिंह की तैनाती की गई है। इसके अलावा सभी अपर नगर मजिस्ट्रेटों को अपने-अपने क्षेत्र में पुलिस के साथ उपकेंद्रों व इलाकों में भ्रमण कर आपूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा को रोकने और सही करने का निर्देश दिया गया है। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि यदि बिजली आपूर्ति व्यवस्था में कर्मचारी बाधा डालते हैं तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने ऐसे अभियंताओं व कर्मचारियों को गिरफ्तार करने का भी आदेश दिया है।