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75वें अमृत महोत्सव के तहत तालाब-पोखरों को किया गया था विकसित, नहीं बदले हालात
अलीगढ़ न्यूज़: जिलेभर में आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर बनाए गए अमृत सरोवर तो बदहाल हैं. शहर में पोखरों, तालाबों को अमृत सरोवर बनाने का दावा भी फेल होकर रह गया है. एक साल पहले जिन पोखरो, तालाब की सफाई आदि कार्य कराए गए थे. वह अब डंपिंग ग्राउंड बनकर रह गई हैं. नगर निगम ने जो कार्य कराए थे. उनकी पोल एक साल से पहले ही खुल गई. कहीं तालाब-पोखर में जलकुंभी उग रही है तो कहीं गोबर डाला जा रहा है.
वर्ष 2022 में आजादी के 75 में अमृत महोत्सव के तहत तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में बनाए रखने के लिए शहर की पांच पोखरों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित करने का निर्णय नगर निगम ने लिया था. निगम अफसरों ने दावा किया था कि इन पोखरों के चारों ओर पौधारोपण कर फुटपाथ बनाए जाएंगे. इसके लिए निगम द्वारा आवास विकास नई बस्ती, चरखवालान, कालीदह महेंद्र नगर और पंच नगरी पोखर की गहराई करने का काम कराया गया था. इसके साथ ही गढ़िया एलमपुर, गूलर रोड, शक्तिनगर, आवास विकास जेल रोड और चरखवालन पोखर को अमृत सरोवर के रूप में तब्दील किए जाने के कार्य हुए थे.
अफसरों ने दावे किए थे कि तालाब और पोखर हमारे जीवन का आधार है वर्तमान गिरते जल स्तर को रोकने के लिए इनके स्वरूप को बनाए रखना बेहद जरूरी है. अब वर्तमान की बात करें तो कालीदह पोखर की हालत जस की तस है. पूरी पोखर में जहां तक नजर जाती है जलकुंभी के अलावा कुछ नजर नहीं आता है. इसके अलावा जगह-जगह कूडा भी डाला जा रहा है.
पंचनगरी पोखर में गोबर के ढेर देखे जा सकते हैं. मसूदाबाद आवास विकास कॉलोनी की पोखर में भी जलकुंभी का ढेर है. इनमें से किसी भी पोखर के चारो ओर न फुटपाथ बने और नही पौधरोपण हुआ.
नगर निगम द्वारा तालाब, पोखरों के सौन्दर्यीकरण के नाम पर बजट ठिकाने लगाया जा रहा है. जबकि हकीकत सभी के सामने है.
-अजय गुप्ता, बैंक कॉलोनी
पोखर, तालाबों का सौन्दर्यीकरण तो हुआ नहीं बल्कि उन पर कब्जे हो गए. कई जगह से कब्जे भी नहीं हट पाए हैं.
-ऋषि वार्ष्णेय, आवास विकास कॉलोनी
पांच पोखरों को अमृत सरोवर के लिए चयनित किया था, सभी का सौंदर्यीकरण कराया गया है. कुछ स्थानों पर गंदगी व उपले पथने की शिकायत मिली है ठीक कराया जाएगा .
मो.अनवर ख्वाजा, महाप्रबंधक जलकल