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पुलिस ने दुकान और मकान में आग लगाने वाले आरोपियों का खुलासा किया
उत्तरप्रदेश: अंशिका के फांसी लगाने के बाद दुकान और मकान में आग लगाने वाले आरोपियों का पुलिस ने खुलासा कर दिया. सीसीटीवी फुटेज से नामजद आरोपियों के अलावा अन्य आरोपियों की पहचान की गई. पुलिस ने बताया कि अंशिका का भाई अंशु ही मुख्य आरोपी है. उसी ने मकान में बंद सास-ससुर व ननद के अलावा अन्य लोगों को जिंदा जलाने के लिए पेट्रोल डालकर आग लगाई थी. इस काम में अन्य लोगों ने सहयोग किया. सीसीटीवी फुटेज से पुलिस यह पता लगा रही है कि किसने पेट्रोल लाकर उसे दिया था. इस दोहरे हत्याकांड में हर एक आरोपी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी.
जिंदा जलाने में सात को जेल : प्रयागराज . विवाहिता के फांसी लगाने के बाद उसके सास-ससुर को मकान के अंदर आग लगाकर जलाने के आरोप में मुट्ठीगंज पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की. दोहरे हत्याकांड में छह नामजद समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इनमें विवाहिता के पिता, भाई, चाचा समेत अन्य रिश्तेदार हैं. एक आरोपी पर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की है. अन्य की तलाश जारी है.
झलवा निवासी टेंट व्यवसायी सरदारी लाल केसरवानी ने अपनी बेटी अंशिका की शादी सत्ती चौरा के फर्नीचर व्यापारी अंशु केसरवानी से की थी. को अंशिका ने अपनी ससुराल में फांसी लगा ली. इस सूचना पर अंशिका के मायके वाले सत्तीचौरा स्थित उसकी ससुराल पहुंचे और बवाल शुरू कर दिया. अंशिका का पति अंशु मौके से भाग निकला लेकिन उसकी मां शोभा देवी, पिता राजेंद्र और बहन शिवानी फंस गई. आरोपियों ने उनकी पिटाई की. इसके बाद पेट्रोल डालकर घर में आग लगा दी. इस बीच में अंशु की चाची लवली भी उसी मकान में फंस गई. शिवानी और लवली ने तो किसी तरह अपनी जान बचा ली लेकिन बुजुर्ग राजेंद्र केसरवानी और उनकी पत्नी शोभा मकान में जिंदा जल गए थे. इस दोहरे हत्याकांड में जिंदा बची शिवानी ने सरदारी लाल समेत 12 नामजद और 70 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने को इस मुकदमे में सरदारीलाल केसरवानी, उनके बेटे अंशू व आदर्श, दामाद सचिन केसरवानी, भाई रसिक लाल, भतीजा शुभम केसरवानी और अभिषेक केसरवानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
शिवानी के मां-बाप चले गए, भाई का पता नहीं...
सत्ती चौरा निवासी शिवानी के आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं. मकान के अंदर उसके मां बाप को जिंदा जला दिया गया. पूरी गृहस्थी जलकर खाक हो गई. मेडिकल चेकअप के लिए शिवानी को कॉल्विन अस्पताल ले गए. वहीं पर ड्रेसिंग हुई. अस्पताल से लौटने के बाद भी उसके आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं. वह यही बोल रही थी कि मां-बाप चले गए. इकलौता भाई अंशु भी गायब है.
पुलिस ने किसको, क्या आरोपी बनाया
1-सरदारी लाल केसरवानी- टेंट व्यापारी सरदारी लाल केसरवानी एडीए कॉलोनी झलवा के रहने वाला है. वह अंशिका का पिता है. करीब 55 साल का सरदारी लाल दोहरे हत्याकांड में पहला नामजद आरोपी है. बवाल और मारपीट में मुख्य योगदान है.
2-अंशु केसरवानी-अंशिका के भाई अंशु को पुलिस ने मुख्य आरोपी बताया है. अंशु पर आरोप है कि उसने पेट्रोल लेकर मकान के हर कोने में डाला. दुकान में पेट्रोल डालकर एक साथ चारों कोनों पर आग लगा दी. इसके बाद शटर बंद कर दिया था.
3-आदर्श केसरवानी-अंशिका का छोटा भाई आदर्श केसरवानी भी दोहरे हत्याकांड में नामजद है. वह मारपीट में शामिल रहा. आदर्श केसरवानी के खिलाफ भी कई आरोप लगे हैं.
4-रसिक लाल केसरवानी-अंशिका का चाचा रसिक लाल झलवा पीपलगांव में रहता है. सीसीटीवी फुटेज में वह भी बवाल में नजर आया है. ऊपरी मंजिल से लेकर नीचे हंगामा में शामिल रहा.
5-शुभम केसरवानी-रसिक लाल के बेटे शुभम पर अंशु की मदद करने का आरोप है. शुभम ने आग लगाने में मदद की थी. पुलिस ने उसे अंशु के साथ आरोपित किया है.
6-सचिन केसरवानी-अंशिका के जीजा सचिन केसरवानी भावापुर, खुल्दाबाद का रहने वाला है. पुलिस मौके पर पहुंची तो सचिन ने ही विरोध किया. शव को उतरने नहीं दे रहा था. सरकारी काम में भी बाधा पहुंचाई.
7-अभिषेक केसरवानी- लूकरगंज का अभिषेक केसरवानी नामजद आरोपी नहीं है. पुलिस ने फुटेज से इसकी पहचान की है. इसने ट्रेनी आईपीएस के साथ भी नोकझोंक की थी.