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मेरठ: जिले में हत्या लूट डकैती जैसे संगीन अपराधों का पुलिस ने हाल ही में खुलासा कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से माल और हथियार बरामद कर खूब वाहवाही लूटी। लेकिन हकीकत इससे इतर है। जिन हथियारों से घटना को अंजाम दिया गया या जो अभियुक्तों के पास से बरामद हुए। वे हथियार कहां से आये।
चार्जशीट में हथियारों की खरीद फरोख्त पर पुलिस की चुप्पी अपने आप में बड़ा सवाल है। हाल ही में शहर में कई ऐसी अपराधिक घटनाएं हुई। जिनमें दिनदहाड़े हत्या लूट डकैती की घटना को अंजाम दिया गया। लेकिन पुलिस उन हथियारों के बारे में कुछ नहीं बता पाई।
केस-1
ब्रहमपुरी में आठ जौलाई को लिसाड़ी गेट निवासी आसिफ भारती की दिनदहाड़े सात आठ बदमाशों ने पिस्टलों से गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। हत्यारे खुलेआम पिस्टलों से फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए थे। बताते हैं कि हत्या करने वालों ने आठ पिस्टलों से गोलियां बरसाकर आसिफ की हत्या की थी। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए तीन अभियुक्तों परवेज, आदिल व एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सभी से पुलिस ने 32 बोर की पिस्टल और कारतूस भी बरामद दिखाये।
केस-2
लालकुर्ती थाना क्षेत्र बेगमपुल जैसे बाजार में बदमाशों ने सरेराह ज्वैलरी शोरुम में ज्वैलर को बंधक बनाकर तमंचा दिखाते हुए लाखों के जेवरात लूटे और फरार हो गए। दिनदहाड़े आबूलेन पुलिस चौकी से मात्र सौ मीटर दूरी पर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस ने घटना का अगले दिन खुलासा करते हुए दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर सोना और हथियार भी बरामद कर लिए। उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
केस-3
देहली गेट पुलिस ने 21 जौलाई की रात सूरजकुंड रामबाग निवासी रितिक नाम के एक युवक को चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया। उसके पास से पुलिस ने 32 बोर का पिस्टल बरामद करते हुए उसे जेल भेज दिया। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह पिस्टल बेचने जा रहा था। लेकिन पुलिस का यह कहना कि युवक ने जानकारी नहीं दी कि वह पिस्टल किसे बेचने जा रहा था।
बड़ा ही हास्यापद प्रतीत होता है। बदमाशों ने हाल ही में जिले में ऐसी कई अनगिनत अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया। जिससे पुलिस महकमा ही नहीं पूरा शहर भी सोचने पर मजबूर हो गया। हालांकि पुलिस ने घटनाओं का अनावरण कर बदमाशों की गिरफ्तारी करते हुए उनके पास से हथियार बरामद किये। उसके बाद उन्हें जेल के पीछे पहुंचा दिया। लेकिन पुलिस के इन गुडवर्क पर सवालिया निशान आज भी जगजाहिर हैं। पुलिस बरामद हथियारों के बारे में यह नहीं तफ्तीश करती कि वह हथियार कहां से आये थे।
बदमाशों को किसने हथियारों की सप्लाई की थी। आखिर वह कौन हथियार सप्लायर है जिससे बदमाशो ंने हथियार खरीदे। पुलिस मुकदमे की तफ्तीश को आगे बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं लेती। वह चार्जशीट में अभियुक्त पर केवल 25 आर्म्स एक्ट का हवाला दिखाकर उसे न्यायालय में पे्रेषित कर अपना पल्ला झाड़ लेती है। यही वजह है कि कमजोर विवेचना के चलते अपराधी कोर्ट से सबूतों के अभाव में जल्दी बरी हो जाते हैं।
‘गालीबाज’ पुलिसकर्मी का आॅडियो वायरल, जांच बैठी
सरूरपुर: थाने की खिवाई पुलिस चौकी द्वारा अवैध खनन को लेकर सौदेबाजी का एक आॅडियो सामने आया है। जिसमें पुलिस चौकी पर मौजूद गालीबाज सिपाही खननकर्ता को गंदी गालियां बकने के साथ सौदेबाजी कर रहा है। यही नहीं खननकर्ता पर दबाव बनाकर उसे मार करने की धमकी तक दी जा रही है। इस पूरे प्रकरण को लेकर पीड़ित शिकायतकर्ता ने एसएसपी को आॅडियो मुहैया कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में एसएसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच फिलहाल सीओ सरधना को सौंप दी है। वहीं अब आरोपी पुलिसकर्मी अपनी गर्दन फंसती देख पीड़ित पर समझौते के लिए दबाव भी बना रहे हैं। मामला सरूरपुर थाने की कस्बा खिवाई पुलिस चौकी से जुड़ा हुआ है। बताया गया है कि खिवाई पुलिस चौकी के सामने स्थित अंगूर के बाग के बराबर में पुलिस अवैध खनन करा रही थी। इसी अवैध खनन में लेनदेन को लेकर कस्बा खिवाई निवासी इमरान से बात बिगड़ गई।
इसे लेकर खिवाई पुलिस द्वारा खनन करने वाले को फोन करके गालियां देकर सौदेबाजी करने की रकम बढ़ाने के लिए दबाव बनाया गया। ऐसा नहीं करने पर उसे झूठे मुकदमे में फंसाने और ठोकने तक की धमकी दी जा रही है। दो मिनट 13 सेकंड की आॅडियो में पुलिस चौकी पर तैनात श्रवण नाम का सिपाही खनन करता को गालियां देने के साथ अपशब्द भी बोल रहा है। एक अन्य आॅडियो वायरल में पुलिस चौकी पर ही तैनात दूसरे सिपाही अमित भी खननकर्ता से सौदेबाजी करता सुनाई पड रहा है।
जिसमें खननकर्ता पांच हजार रुपये देने की बात कर रहा है। जबकि सिपाही 15 हजार रुपये की डिमांड कर रात-रात में काम निपटाने की बात कह रहा है। सौदेबाजी नहीं पटने पर पुलिस चौकी स्टाफ द्वारा खनन कर्ता का ट्रैक्टर घर से उठाकर ले जाने और सीज करने तक की धमकी भी दी गई है। वायरल आॅडियो में पुलिसकर्मियों द्वारा बात-बात पर खनन करता को ठोकने और मारने की धमकी दी जा रही है। जबकि पीड़ित इमरान बार-बार पुलिसकर्मियों की मान मनौव्वल कर कुछ भी कहने के लिए बोल रहा है।
इस पूरे प्रकरण को लेकर जहां पुलिस चौकी स्टाफ कटघरे में खड़ा हुआ है तो वहीं पुलिस कर्मियों की धमकी से आजिज आकर खननकर्ता ने पूरे मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को कस्बा खिवाई निवासी पीड़ित इमरान ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र देकर पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही श्रवण कुमार व अमित और पुलिस चौकी इंचार्ज पर खनन की एवज में दबाव बनाने और मोटी रकम बैठने का आरोप लगाते हुए जान का खतरा बताया है।
इस प्रकरण को लेकर पीड़ित द्वारा एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को उक्त पुलिसकर्मियों की वायरल आॅडियो भी सुनाई गई। जिसके बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए फिलहाल मामले की जांच सीओ सरधना को सौंप दी है। हालांकि इस संबंध में शिकायतकर्ता ने जान खतरा बताते हुए अब मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी कर दी है।