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सर्राफ से लूट करने वाले गैंग से पुलिस की मुठभेड़, घायल बदमाश को दबोचा
किठौर: दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर किठौर में सर्राफ से लूट करने वाले बदमाशों से मंगलवार देर रात पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में घायल एक बदमाश को पुलिस ने दबोच लिया। जबकि उसके दो साथी लूट में प्रयुक्त कार छोड़कर भाग गए। पुलिस घायल बदमाश से लूटे गए आभूषण, एक तमंचा तीन खोखा और दो जिंदा कारतूस बरामदगी का दावा कर रही है।
इंस्पेक्टर अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि मंगलवार रात करीब 10:00 बजे पुलिस को सूचना मिली कि किठौर में बहरोड़ा नाली रोड पर सर्राफ सुधीर वर्मा और उसके बेटे नमन से आभूषण, नकदी और मोबाइल लूटने वाले बदमाश आर्टिका कार से आज पुन: इसी रास्ते से हरियाणा जा रहे हैं। जिस पर सीओ रूपाली राय व इंस्पेक्टर ने मयफोर्स घटनास्थल से लगभग 50 मीटर दूर बदमाशों की घेराबंदी कर ली।
खुद को घिरता देख बदमाशों ने गाड़ी से निकलकर भागते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया। जिसे टीम ने दबोच लिया। जबकि उसके दो साथी फरार हो गए। पूछताछ में घायल बदमाश ने अपना नाम जुलफेकार पुत्र अखलाक निवासी मुहम्मदपुर बुवई थाना बनियाठेर जिला संभल और फरार साथियों के नाम पवन निवासी हरियाणा और मांगेराम निवासी बहरोड़ा थाना किठौर बताए।
पुलिस घायल बदमाश को अस्पताल भेजकर उसके कब्जे से लूटे गए आभूषण, लूट में प्रयुक्त आर्टिका, एक तमंचा, तीन खोखा व दो जिंदा कारतूस बरामदगी का दावा कर रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस की गतिविधि बढ़ने पर बदमाश भूमिगत हो गए। मंगलवार को पुलिस की भागदौड़ सुस्त पड़ती देख तीनों बदमाश लूट का माल बेचने के लिए हरियाणा के लिए निकल रहे थे। इसकी पुलिस को भनक लग गई।
बता दें कि शनिवार सुबह लगभग 10:30 बजे सर्राफ सुधीर वर्मा से बहरोड़ा नाली रोड पर ही आर्टिका सवार दो बदमाशों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए। चार ग्राम सोने व 600ग्राम चांदी के आभूषण, दो हजार रुपए और दो मोबाइल लूट लिए थे। वारदात के दौरान सर्राफ का बेटा नमन और उसकी पड़ोसन भी डिक्शनगो कार में साथ थी। सर्राफ हर सप्ताह की तरह अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान मोदीनगर से अपने गांव बहरोड़ा जा रहा था।
गांव से हुई रैकी
इंस्पेक्टर ने बताया कि बहरोड़ा निवासी मांगेराम एक मामले में तिहाड़ जेल गया था वहीं उसकी पेशेवर अपराधी पवन और जुल्फेकार से दोस्ती हो गई। जेल से आने के बाद फोन के जरिये तीनों संपर्क में रहे। कुछ दिन पूर्व मांगे ने पवन और जुल्फेकार को सर्राफ सुधीर के बारे में बताया। जिसके बाद लूट की प्लानिंग बनी। घटना वाले दिन मांगे ने मेरठ-हापुड़ अड्डे से सर्राफ की रैकी की।
पवन बना क्राइम ब्रांच अफसर
बकौल पुलिस घटना के दौरान पवन क्राइम ब्रांच का अधिकारी बना। उसके हाथ में ही डायरी थी। बताया कि डायरी में दर्ज सर्राफ का पूरा ब्योरा मांगे ने बदमाशों को दिया था।