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मेरठ: नकली नोटों का कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है। गत सप्ताह देहलीगेट पुलिस ने दो हजार के नकली नोटों के साथ एक आरोपी पकड़ा था। गुरुवार को एसटीएफ ने बरेली में छापा मारकर 2690100 रुपये के नकली नोटों के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। नकली नोटों के सौदागरों के गिरोह के दो मास्टरमाइंड फरार हो गए हैं।
एसटीएफ को कुछ समय से भारत-नेपाल और बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से भारतीय जाली मुद्रा को तैयार कर वेस्ट यूपी के कई जनपदों में सप्लाई करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें मिल रही थी। बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ ने बताया कि अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि गांव बहरपुरा खजुरिया के कुछ लोग नकली भारतीय करेंसी की तस्करी करते हैं और एक लाख के तीन लाख रुपये करने का कार्य करते हैं।
इस सूचना पर तत्काल प्रतिकिया करते हुए निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में अरुण कुमार निगम, दुर्वेश, प्रमोद कुमार, अंकित श्यौरान, विकास धामा की एक टीम गठित कर बरेली के ग्राम बहरपुर खजुरिया की तरफ जा रहे थे कि रास्ते में र्इंट के भट्ठे से कुछ पहले एक बाइक आती दिखाई दी जिसे देखकर मुखबिर ने ईशारा कर बताया कि यही वह लोग हैं जो जाली मुद्रा लेकर जा रहे हैं।
इस पर दोनो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनके पास से 2690100 रुपये की बरामदगी हुई। एएसपी ने बताया कि पकड़े गये व्यक्तियों ने पूछताछ पर बताया कि हमारे पास नकली नोट हैं। जिन्हें लेकर हम पीलीभीत जा रहे थे, जिनको हम व हमारे साथी आम लोगों को दिखाकर एक लाख रुपये के तीन लाख रुपये करने की धोखाधड़ी करते हैं।
हमारा मुखिया अफसार हैं, अफसार व सुरेश तथा हम लोग मिलकर नकली नोट का काम करते हैं अफसार, सुरेश, गुरनाम, प्रकाश व सचिन अभी घर पर हैं जो नकली नोटों की गड्डी तैयार कर रहे हैं। इस पर एसटीएफ बरेली की टीम ने गुरनाम पुत्र कश्मीर सिंह निवासी टीला नंबर-4 थाना हजारा जनपद पीलीभीत को पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी: हरवंश सिंह उर्फ सोनू पुत्र दीवान सिंह,गुरनाम पुत्र कश्मीर सिंह, निवासी टीला नम्बर-4, थाना हजारा, जनपद पीलीभीत, सद्दाम हुसैन पुत्र अफसार अली निवासी बहरपुरा खुजरिया थाना भोजीपुरा, बरेली।
बरामदगी
26,90,100 रुपये (200 रुपये के 08 एवं 500 रुपये के 5377 नोट) नकली भारतीय जाली मुद्रा। एक प्लेटिना बाइक, तीन मोबाइल फोन आदि
25 हजारी शाहिद का कनेक्शन बरेली में मिले नकली नोटों से
गुरुवार को बरेली में एसटीएफ द्वारा पकड़े गए 26 लाख के नकली नोटों का कनेक्शन कही गत दिनों देहली गेट में दो हजार रुपये के नकली नोटों को चलाने वालों से तो नहीं है। नकली करेंसी के कनेक्शन का गठजोड़ पुलिस की जांचपड़ताल के बाद ही पता चल पायेगा। फिलहाल पुलिस ने इस बात से भी इनकार नहीं किया है। नकली नोटों के तस्कर 25 हजारी शाहिद के पकड़े जाने के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा। हालांकि पुलिस की कई टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए लगी हैं।
गत दिनों देहली गेट थाना क्षेत्र घंटाघर के बाजार में चलाये जा रहे नकली नोटों के आरोप में दुकानदारों ने लिसाड़ी गेट आफताब को रंगेहाथ पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था, लेकिन नकली नोटों की सप्लाई करने वाला मुख्य आरोपी आफताब का बहनोई कैराना निवासी शाहिद का नाम सामने आया था। उसकी फरारी के बाद से ही एसएसपी ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था।
हालांकि शाहिद अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। शाहिद तभी से पुलिस के लिए सिरदर्द बना है। पुलिस का मानना है कि एसटीएफ द्वारा बरेली में पकड़ी गई 26 लाख की नकली करेंसी का भी कनेक्शन शाहिद से भी हो सकता है। देहली गेट पुलिस ने भी इस बात से इनकार नहीं किया है कि शाहिद का कनेक्शन बरेली में पकड़े गए तीन तस्करों हरवंश उर्फ सोनू पुत्र दीवान सिंह निवासी भगवानपुर थाना हाजरा, पीलीभीत, गुरनाम, सददाम हुसैन निवासी बरेली से हो सकता है।
चूंकि पकड़े गए तीनों तस्कर नेपाल और बांग्लादेश के जरिए आ रही नकली करेंसी से जुड़े हैं। वहीं शाहिद भी और उसका परिवार भी नेपाल आते जाते रहे हैं। वहीं उसका पूरा परिवार पहले ही 20 सालों से नकली नोटों के कारोबार से जुड़ा है। फिलहाल शाहिद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमों ने डेरा डाल रखा है।