उत्तर प्रदेश

पुलिस ने मंत्री डॉ. अरुण कुमार के भतीजे को जानलेवा हमला करने के आरोप में किया गिरफ़्तार

Admin Delhi 1
15 Oct 2022 12:55 PM GMT
पुलिस ने मंत्री डॉ. अरुण कुमार के भतीजे को जानलेवा हमला करने के आरोप में किया गिरफ़्तार
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सिटी क्राइम न्यूज़: उत्तर प्रदेश के वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार के भतीजे अमित सक्सेना को बरेली स्थित प्रेमनगर थाना पुलिस ने शहर के एक रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ करने और कुछ लोगों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। सक्सेना पर मंगलवार की रात में सत्कार रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ कर कर्मचारियों पर कार चढ़ा देने के मामले में यह कार्रवाई की गयी है। पिछले दिनों उसके खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे में जानलेवा हमले की धारा भी बढ़ा दी गई है। उसके दो साथियों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। बरेली (नगर) के पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने शुक्रवार काे कहा कि अमित सक्सेना गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ित पक्षकारों की तहरीर के आधार मुकदमे में जानलेवा हमले की धारा बढ़ाई गई है। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।

बरेली स्थित जनकपुरी में सत्कार रेस्टोरेंट पर वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार के भतीजे अमित सक्सेना और उसके साथियों ने मंगलवार देर रात स्टाफ से मारपीट कर कार चढ़ा दी थी। आरोप है कि इन लाोगों ने एक लाख रुपये रंगदारी भी मांगी। अगले दिन बुधवार दोपहर रेस्टोरेंट मालिक नरेश कश्यप के बेटे सुशांत कश्यप की तहरीर पर थाना प्रेमनगर में अमित और उसके साथियों के खिलाफ धमकी देने और रंगदारी मांगने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामला सुर्खियों में आने पर शासन ने सख्ती दिखाई। उच्च अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसके बाद तहरीर के आधार पर गुरुवार को मुकदमे में जानलेवा हमले की धारा बढ़ाकर अमित को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके दो साथियों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।

सूत्रों के मुताबिक इससे पहले बुधवार को सुबह से शाम तक दोनों पक्षों में समझौता होने की बात चलती रही। इस आशय का पत्र भी पुलिस को दिया गया, लेकिन मामला मंत्री के भतीजे से जुड़ा होने के कारण, जब यह मामला शासन के संज्ञान में आया तो इसमें तत्काल प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बता दें, कि कुछ माह पहले भी अमित ने रात में हंगामा कर एक होमगार्ड को पीट दिया था। यह मामला भी पुलिस ने दर्ज किया था, मगर इसमें कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई।

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