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उत्तर प्रदेश
पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार, जानिए किस लिए हुआ था विवाद
Shantanu Roy
9 Oct 2022 12:03 PM GMT
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बड़ी खबर
गोरखपुर। जिले के शाहपुर इलाके में मूर्ति विसर्जन में शामिल होने के दौरान गोली लगने से विकास तिवारी की मौत के मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा कर दिया। आपको बता दें कि राप्तीनगर निवासी व रिटायर्ड महिला दरोगा दमयंत्री त्रिपाठी के पुत्र विकास तिवारी दवा का व्यापार करता था। बृहस्पतिवार को मोहल्ले में स्थापित दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन में शामिल होने के लिए गया था। रिलायंस ट्रेंड के पास ही दोस्तों से उसका विवाद हो गया था और गोली लगने से घायल हो गया था। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां से लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि जिस लकी निषाद पर गोली मारने का आरोप है उसे विकास ने घटना वाले दिन पहले मारा था और फिर उसने विकास को गोली मार दी।
घटना में इस्तेमाल पिस्टल-कारतूस बरामद
उधर, पुलिस ने मृतक विकास तिवारी के पिता की तहरीर पर गुलरिहा के लकी निषाद, पंकज और अखिलेश के खिलाफ नामजद हत्या का केस दर्ज कर कार्यवाही करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में इस्तेमाल आला कत्ल 32 बोर पिस्टल, 3 अदद खोखा कारतूस 32 बोर,1 अदद क्षतिग्रस्त बुलेट बरामद कर लिया गया है।
मृतक विकास तिवारी पर था फर्जी लाइसेंस पर शस्त्र खरीदने का मुकदमा दर्ज
पुलिस के मुताबिक, विकास तिवारी पर 2019 में गोरखनाथ थाने में फर्जी लाइसेंस पर शस्त्र खरीदने का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद कैंट पुलिस ने विकास पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की थी।पुलिस ने बताया कि जेल से छूटने के बाद ही उसने दवा का व्यापार शुरू कर दिया था, लेकिन उसकी पुराने दोस्तों से दोस्ती खत्म नहीं हो पाई थी। बीते बृहस्पतिवार को वह मोहल्ले के ही पंकज के यहां स्थापित दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन में शामिल होने गया था, जहां पर डांस करने के विवाद में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक विकास तिवारी का पंकज त्रिपाठी से था मनमुटाव-पुलिस
पुलिस के मुताबिक मृतक विकास तिवारी का पंकज त्रिपाठी से चार पांच महीनों से पैसों के हिसाब को लेकर काफी मनमुटाव हुआ था। मृतक विकास तिवारी द्वारा अभियुक्त पंकज त्रिपाठी को अपशब्द बोले गए थे जिसको लेकर जुलूस के दौरान साजिश के तहत विकास तिवारी को गोली मारी गई थी।
मृतक विकास तिवारी पर गैंगस्टर के तहत हुई थी कार्रवाई
आपको बता दें कि 18 अगस्त 2019 को डीएम कार्यालय में तैनात आयुध लिपिक रामसिंह व सूर्यभान ने फर्जी लाइसेंस पर असलहा खरीदे जाने के मामले में रवि आर्म्स कार्पोरेशन टाउनहाल के प्रोपराइटर प्रकाश नारायण पांडेय, कैंट क्षेत्र के रहने वाले शिवम मिश्रा, शाहपुर के राप्तीनगर के दरोगा पुत्र मृतक विकास तिवारी और गोरखनाथ, हुमायूंपुर के सहिदाबाद निवासी तनवीर खान के खिलाफ साजिश के तहत फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मामला दर्ज कराया था। बाद में इस मामले में मृतक विकास तिवारी पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई भी की गई थी।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही- एसपी सिटी
एसपी सिटी कृश्णा बिश्नोई ने बताया कि मेडिकल स्टोर संचालक विकास तिवारी को गोली लगी थी। इलाज के लिए लखनऊ ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर एक आरोपी लकी को हिरासत में ले लिया है। सीसी टीवी कैमरे, फॉरेंसिक जांच और साक्ष्यों के आधार पर तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
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