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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने लोगों को सरकारी नौकरियों के अपने वादे के लिए विपक्षी दलों को यह कहते हुए फटकार लगाई कि उन्होंने 10 वर्षों में केवल दो लाख सरकारी नौकरियां दीं ( समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सरकारें) जबकि योगी सरकार ने पिछले पांच सालों में पांच लाख नौकरियां दीं।
युवाओं को दे रहे हैं धोखा
पीएम मोदी ने कहा, 'ये लोग नौकरी के नाम पर फिर उत्तर प्रदेश के युवाओं को धोखा दे रहे हैं। सच्चाई ये है कि इन लोगों ने अपने 10 साल के शासन में सिर्फ 2 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी। वो भी भाई-भतीजावाद, जातिवाद, पैसों के बंडल के आधार पर। जबकि योगी जी की सरकार ने 5 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी। नौकरी के नाम पर पिछली सरकारों के आयोग में बैठे लोग किस योग्यता को जरूरी मानते थे? इनके लिए योग्यता की अहमियत नहीं, बल्कि सिफारिश, जातिवाद और नोटों के बंडल ही सब कुछ थे।'
योगी सरकार ने योग्यता के आधार पर दी नौकरी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में दी गई नौकरियां विपक्षी दलों द्वारा अपनाए गए मानदंडों पर आधारित नहीं थीं, बल्कि 'गरीबों के बच्चों को पूरी पारदर्शिता के साथ नौकरियां दी गईं।' इसके अलावा, पिछली सरकार के दौरान सरकारी नौकरियों की चयन प्रक्रिया में विसंगतियों पर विपक्ष की आलोचना करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, 'उन्होंने चयन आयोगों में व्यापारियों को नियुक्त करके जो खेल खेला, उसने राज्य के योग्य युवाओं के जीवन को नष्ट कर दिया। पहले उत्तर प्रदेश में पीसीएस परीक्षा का पाठ्यक्रम यूपीएससी से अलग था। हमारी सरकार आपकी समस्या को समझती थी और आज यूपी पीसीएस और यूपीएससी का पाठ्यक्रम समान है। अब उसी मेहनत से युवा दोनों परीक्षा दे सकते हैं।'
पलायनवादी और अंधविश्वासी
विपक्ष के अंधविश्वास पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा, ' आज जो घोर परिवारवादी आपके पास आकर वोट मांग रहे हैं, वो लोग सशक्त और आधुनिक उत्तर प्रदेश का निर्माण नहीं कर सकते। ये अफवाहवादी हैं, पलायनवादी हैं। ये घोर अंधविश्वासी हैं। कुर्सी ना चली जाए, इसके लिए ये लोग नोएडा और बिजनौर नहीं जाते। बिजनौर और नोएडा से जो टैक्स आता है उसमें तो मलाई मारने को ये तैयार हैं। लेकिन वहां के लोगों को मिलकर जाना, उनके सुख दुख पूछने में अंधविश्वास आड़े आ जाये, क्या ऐसे लोग उत्तर प्रदेश का भला कर सकते हैं, आधुनिक उत्तर प्रदेश बना सकते हैं।'