उत्तर प्रदेश

पीडब्ल्यूडी के स्टोर में धूल फांक रहे पीएम-सीएम के नाम वाले शिलापट

Harrison
29 Aug 2023 5:46 AM GMT
पीडब्ल्यूडी के स्टोर में धूल फांक रहे पीएम-सीएम के नाम वाले शिलापट
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उत्तरप्रदेश | पीएम, सीएम और डिप्टी सीएम ने जिले के जिन विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया था, उससे जुड़े शिलापट पीडब्ल्यूडी के स्टोर में धूल फांक रहे हैं. माननीयों के नाम लिखे यह शिलापट कार्यस्थल पर लगने चाहिए थे ताकि जनता को संबंधित विकास कार्य के बारे में जानकारी हो सके. कीमती मार्बल के यह शिलापट परेड मैदान स्थित विभाग के स्टोर नंबर चार में रखे हुए बताए जा रहे हैं.
कहा जा रहा है कि शिलान्यास और लोकार्पण के लिए हुए कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शिलापट स्टोर में लाकर रख दिए गए जो वर्षों से यहीं पड़े हुए हैं. इनमें से कई टूट भी चुके हैं. इन पर पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्य के नाम अंकित हैं. कुछ शिलापट पर पूर्व राज्यपाल राम नाइक का भी नाम है. कुंभ से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अंदावा में हुए कार्यक्रम में कुंभ से जुड़े कई विकास कार्यों और प्रयागराज की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और कुछ का शिलान्यास भी किया था. शिलापट कब के हैं और इन्हें क्यों नहीं लगाया गया, स्टोर में क्यों पड़े हुए हैं, इसकी जानकारी तो जांच के बाद ही हो सकती है पर हिन्दुस्तान को मिली तस्वीरों से ऐसा लग रहा है कि यह शिलापट कुंभ 2019 के मद्देनजर कराए गए विकास कार्यों के हैं.
टूट गया प्रधानमंत्री के नाम का शिलापट
स्टोर में शिलापट टूट रहे हैं. एक शिलापट पर पीएम द्वारा लोकार्पण का जिक्र है. इस पर 16 दिसंबर 2018 की तारीख है. यह पत्थर टूट गया है. इस पर एक ओर तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी लिखा हुआ है.
स्टोर के बाहर से लेकर अंदर तक फैले हैं पत्थर
यह शिलापट स्टोर में अंदर से लेकर बाहर तक फैले हैं. दीवार किनारे इन पत्थरों पर जमी धूल बता रही है कि इसे रखे काफी समय हो चुके हैं. स्टोर में इसे कोई देखने वाला नहीं है. कई बार तो इन्हीं पत्थरों पर कर्मचारी साइकिल तक टेक कर चले जाते हैं.
डिप्टी सीएम के नाम के भी कई शिलापट
एक शिलापट पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नाम अंकित है. बरेठी से जलालपुर तक पांच किमी संपर्क मार्ग से जुड़ा यह शिलापट 2020 का है. इस पर प्रतापपुर के तत्कालीन विधायक मुज्तबा सिद्दीकी का नाम भी अंकित है. इस सड़क के निर्माण पर 41.93 लाख रुपये खर्च हुए थे.
शिलापट कब से पड़े हैं इसकी जानकारी नहीं है. कब के पत्थर हैं और क्यों नहीं लगे हैं. इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
-विजय कनौजिया, चीफ इंजीनियर लोनिवि
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