उत्तर प्रदेश

एलिवेटेड रोड बनाने का प्लान गया ठन्डे बस्ते में, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने ये कहा

Admin Delhi 1
9 Nov 2022 9:08 AM GMT
एलिवेटेड रोड बनाने का प्लान गया ठन्डे बस्ते में, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने ये कहा
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मेरठ न्यूज़: जोश के साथ जलीकोठी से बच्चा पार्क के बीच में एलिवेटेड रोड बनाने का प्लान तैयार किया गया था। इसका सर्वे भी सेतु निगम और पीडब्ल्यूडी ने संयुक्त रूप से किया था। प्रशासन का भी पूरा फोकस एलिवेटेड रोड के निर्माण को लेकर किया गया, लेकिन कुछ समय बीतने के बाद ही एलिवेटेड रोड का प्लान धड़ाम हो गया। अब पीडब्ल्यूडी ने भी इससे हाथ खींच लिये। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि एलिवेटेड रोड बनाने के लिए उन्होंने कभी दावा नहीं किया। एलिवेटेड रोड मेरठ विकास प्राधिकरण और नगर निगम संयुक्त रूप से तैयार करेगा। ऐसा दावा किया गया था। महत्वपूर्ण बात यह है कि मेरठ विकास प्राधिकरण का खजाना खाली है। उनके पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए संकट है। ऐसी स्थिति में मेरठ विकास प्राधिकरण एलिवेटेड रोड को कैसे बना पाएगा? यह बड़ा सवाल है। खुद मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी एलिवेटेड रोड बनाने से हाथ खड़े कर चुके हैं। क्योंकि मेरठ विकास प्राधिकरण के पास कोई बजट नहीं है। वर्तमान में मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों का वेतन सिर्फ प्रॉपर्टी बेचकर निकाला जा रहा है। यह वह सच है जिसको तमाम आला अधिकारी भी जानते हैं, लेकिन इसके बावजूद मेरठ विकास प्राधिकरण से एलिवेटेड रोड के निर्माण की उम्मीद कैसे लगाई जा सकती है?

दरअसल, जनपद में ज्यादातर सड़कें एनएचआई के पास चली गई है। बहुत कम सड़कें अब पीडब्ल्यूडी के पास है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एलिवेटेड रोड बनाने से हाथ खींच रहे हैं। क्योंकि इसका बजट 600 करोड़ के करीब बैठता है। इस धनराशि को शासन भी स्वीकृत नहीं कर पाएगा। यह बड़ी बात हैं। इसी वजह से पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने एलिवेटेड रोड से हाथ खींच लिए हैं। हालांकि सेतु निगम ने इसका पूरा प्रोजेक्ट डीपीआर तैयार कर शासन को स्वीकृति के लिए भेज रखी है। शासन स्तर पर एलिवेटेड रोड का कोई बजट स्वीकृत अभी नहीं किया है। करीब एक वर्ष पहले जलीकोठी से बच्चा पार्क तिराहे पर एलिवेटेड रोड के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इस बीच में जो अवैध निर्माण थे, उनको भी प्रशासन ने हटवा दिया था, जो बचे हुए हैं उन पर कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। बकायदा सर्वे किया गया था कि कितना लंबा और कितनी चौड़ाई एलिवेटेड की होगी? लेकिन यह सिर्फ फाइलों तक ही सीमित रह गया है। एलिवेटेड रोड के मुद्दे पर भाजपा कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी पत्र व्यवहार किए हैं। उनका कहना है कि एलिवेटेड रोड उनका सपना है। इसको पूरा कराने के लिए मुख्यमंत्री से भी मिला जाएगा, ताकि शहर की जनता को एलिवेटेड रोड के निर्माण होने से बड़ी राहत मिलेगी।

दो दिन पहले शहर में पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव नरेन्द्र भूषण मेरठ दौरे पर आये थे। अधिकारियों ने एलिवेटेड रोड के मुद्दे पर उनसे चर्चा तक नहीं की। एलिवेटेड रोड को छोड़कर हर सड़क निर्माण पर बातचीत हुई, लेकिन एलिवेटेड रोड को लेकर चर्चा नहीं हुई। कहा जा रहा हैं कि पीडब्ल्यूडी इसके निर्माण से हाथ खड़े कर चुका हैं। अब एलिवेटेड रोड को कौन तैयार करेगा या फिर एलिवेटेड रोड का मामला फाइलों में ही दौड़ता रहेगा।

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