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फार्मासिस्ट व वार्डब्वाय चलाते हैं ओपीडी, शहीद के नाम पर स्थापित पीएचसी बेहाल
विकासखंड क्षेत्र के कोछा बाजार में कारगिल शहीद के नाम पर स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रशासनिक उदासीनता के चलते बदहाली का शिकार है। स्थिति यह है कि स्वास्थ्य कर्मियों के न रहने से यहां पर प्रसव की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण प्रसूताओं को एएनएम सेंटर अथवा सीएचसी बीकापुर जाना पड़ता है, जबकि टीकाकरण का कार्य किया जाता है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अस्पताल में तैनात प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विनय सिंह अक्सर अस्पताल की ओपीडी में नहीं मिलती हैं, जिसके चलते फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय सुबह ओपीडी में दवा उपचार करते हैं। प्राथामिक स्वास्थ्य केंद्र पर नियमित सफाई कर्मचारी की तैनाती न होने के कारण चोरों ओर गंदगी फैली रहती है।
हालांकि सीएचसी बीकापुर से सप्ताह में सिर्फ 1 दिन सफाई कर्मी आता है और अस्पताल की सफाई करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि साफ-सफाई न होने के कारण आस-पास झाड़ियां और खरपतवार उग आते हैं। जिससे जहरीले जीव जंतुओं का भी खतरा बना रहता है।
अस्पताल के समीप गौशाला संचालित की जा रही है। गौशाला में मृत पशुओं के बदबू और अवशेष से भी यहां स्वास्थ्य कर्मियों और आने वाले लोगों को काफी दिक्कत होती है। क्षेत्र के निवासी सत्य प्रकाश यादव, अनूप पांडेय, सतीश सिंह, विनोद पांडेय, तनवीर सिद्दीकी सहित अन्य लोगों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में चिकित्सीय संसाधनों और स्वास्थ सुविधाओं का अभाव होने के चलते अस्पताल में काफी कम संख्या में मरीज आते हैं।
उपचार के लिए लोगों को दूर दर तक भटकना पड़ता है। लोगों द्वारा अस्पताल में चिकित्सा सुविधा और संसाधन उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजय राजा ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोछा में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध है। लापरवाही की शिकायत मिलने पर जांच करके कार्रवाई कराई जाएगी। जो समस्या है उसे दूर कराए जाने का प्रयास किया जाएगा।।
न्यूज़ क्रेडिट: अमृतविचार