उत्तर प्रदेश

यात्रियों को मिली कैशलेस टिकट की सुविधा, नये साल में बनेगा सेल्फी प्वांइट

Admin4
20 Dec 2022 4:15 PM GMT
यात्रियों को मिली कैशलेस टिकट की सुविधा, नये साल में बनेगा सेल्फी प्वांइट
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मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने यात्रियों की सुविधा के लिए इस वर्ष कई सुविधाएं दीं। मगर बसों की संख्या कम होने से यात्रियों को सफर में दिक्कतें भी उठानी पड़ रही हैं। वर्ष 2022 में जहां कैशलेस टिकट की सुविधा मिली तो बस स्टेशन के कायाकल्प का मार्ग भी प्रशस्त हुआ। स्मार्ट सिटी मिशन में मुरादाबाद और पीतलनगरी डिपो में सेल्फी प्वाइंट और अन्य यात्री हितैषी सुविधाओं के लिए दो महीने पहले ही नगर आयुक्त व सीईओ स्मार्ट सिटी ने चुटकी बजाते ही 25 लाख रुपये देने का ऐलान कर दिया था। डिपो के बेड़े में नई बसों का इंतजार अभी भी है।
परिक्षेत्र के मंडल मुख्यालय पर दो डिपो से यात्रियों का सफर आसान बनाया जाता है। मुरादाबाद और पीतलनगरी डिपो से लखनऊ, रामपुर, बरेली के अलावा उत्तराखंड के हरिद्वार देहरादून, दिल्ली, मेरठ आदि के लिए भी बसें थोड़े अंतराल पर मिलती हैं। इस वर्ष डिपो के बेड़े में दस नई बसें मिलने से सफर आरामदायक बना। चालक-परिचालकों को नेमप्लेट युक्त वर्दी का उपहार भी मिला। हालांकि पहनने वालों की संख्या कम ही है। बस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के विस्तार के साथ ही घर बैठे आनलाइन टिकट बुक करने की सुविधा शुरू हो गई।
बसों में कैशलेश सफर भी होने लगा। परिचालकों को ईटीआईएम दी गईं। इससे यात्रियों को सहूलियत हो गई कि नकदी की बजाय डिजिटल भुगतान कर टिकट ले सकें। क्यूआर स्कैनर कोड से भी किराए का भुगतान किया जा रहा है। इस वर्ष बस उपयोगिता, शुद्ध आय, लोड फैक्टर और यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने की उपलब्धि प्रबंधन गिना रहा है। बस स्टेशन परिसर की सफाई, रंगाई-पुताई, मरम्मत के अलावा बसों की रंगाई, रात्रिकालीन सेवा की बसों पर आगे- पीछे यू आकार के रिफ्लेक्टर टेप लगाए गए।
परिवहन निगम की बसों में सफर के दौरान या डिपो परिसर में किसी सुविधा की कमी, चालक-परिचालकों के अशोभनीय व्यवहार, सफर के दौरान मनमाने तरीके से बसों को जहां तहां रोकने से होने वाली असुविधा, विलंब की शिकायत आईजीआरएस शिकायत पोर्टल पर की जा सकती है। इस सुविधा पर शिकायत व सुझाव को तत्काल रिस्पांस देने का दावा निगम प्रबंधन का है।
बस स्टेशन परिसर व निगम की बसों का कायाकल्प करा रहे हैं। 20 बसों का अनुबंध हो चुका है। इस प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। निजी बस संचालक यदि दूसरे प्रदेशों के लिए बस चलाने के इच्छुक हैं तो यह भी अनुमन्य होगा। चालकों की कमी दूर करने के लिए संविदा भर्ती की जा रही है। 2023 में निगम के प्रदेश मुख्यालय से 20 नई बसें मिलने की उम्मीद है। परिक्षेत्र में एसी बसों की मरम्मत फिलहाल नहीं होती है।
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