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भाजपा के खिलाफ लड़ाई में औवेसी भी शामिल हों : शिवपाल यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया है। उनसे भाजपा के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए कहा है।
इस कदम को समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम के बीच रिश्तों में नरमी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जो लंबे समय से आमने-सामने हैं।
शिवपाल ने पूछा, ”ओवैसी साहब बहुत अच्छे आदमी हैं। लेकिन, वह भाजपा के खिलाफ सपा से हाथ कब मिलाएंगे?”
ज्ञात हो कि साल 2017 के चुनावों से पहले सपा और एआईएमआईएम के बीच संबंध ठीक नहीं थे। उस समय तत्कालीन अखिलेश सरकार ने औवेसी को 17 मौकों पर यूपी के मुस्लिम बहुल जिलों जैसे- आजमगढ़, मेरठ, गाजियाबाद, रामपुर और बहराइच में रैलियां करने की अनुमति नहीं दी थी।
तब, ओवैसी ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें राज्य की राजधानी में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करने की अनुमति नहीं दी गई तो वे लखनऊ में सड़कों पर उतरेंगे।
आखिरकार, ओवैसी ने एआईएमआईएम के जिला कार्यालयों में बैठकें करने का फैसला किया। उस समय से ही ओवैसी अखिलेश यादव के अत्यधिक आलोचक रहे हैं और सपा पर मुसलमानों को महज वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हैं।
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी ओवैसी ने भाजपा से ज्यादा सपा पर निशाना साधा था। सपा ने एआईएमआईएम को भाजपा की ‘बी’ टीम बताकर पलटवार किया था।
2022 का चुनाव जीतने में सपा के असफल होने और एआईएमआईएम के चुनाव में एक भी सीट नहीं जीतने के बाद दोनों पार्टियों के बीच मनमुटाव धीरे-धीरे खत्म हो गई।
यह पहला मौका नहीं है जब शिवपाल ने ओवैसी को सक्षम राजनेता बताया हो। कुछ दिन पहले उन्होंने ओवैसी को बड़े समर्थकों वाला एक योग्य नेता बताया था।
ओवैसी ने भी शिवपाल को ऐसा नेता बताया था जो ज़मीनी स्तर से उठा है और राजनीति को सपा के कई लोगों से बेहतर समझता है।