उत्तर प्रदेश

प्रदूषण में एनसीआर में तीसरे नंबर पर अपना शहर, लगातार बढ़ता जा रहा प्रदूषण

Admin Delhi 1
6 Feb 2023 9:41 AM GMT
प्रदूषण में एनसीआर में तीसरे नंबर पर अपना शहर, लगातार बढ़ता जा रहा प्रदूषण
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मोदीपुरम: अगर हम 10 साल की बात करे तो औसत एक्यूआई में बढ़ोतरी हुई है। लगातार बढ़ता प्रदूषण का स्तर मानव स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो रहा है। दिल्ली-गाजियाबाद के बाद मेरठ तीसरे नंबर पर है, जो सबसे ज्यादा प्रदूषण झेल रहा है। यहां की जनता को लगातार प्रदूषण के वार का शिकार होना पड़ रहा है। मेरठ शहर की हवा अब शुद्ध नहीं है। यहां पर सामान्य दिनों में भी एक्यूआई का स्तर 200 से ऊपर रहता है।

अगर पूरे साल की बात करे तो 360 में से 300 दिन के आसपास ही मेरठ की हवा खराब रहती है। पिछले पांच सालों के आंकड़ों पर गौर करे तो औसत एक्यूआई में बढ़ोतरी से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी चिंतित है। सर्दी के सीजन हो या फिर गर्मी का सीजन हो, मेरठ का एक्यूआई सामान्य से नीचे नहीं आता है। जो आने वाले दिनों के लिए भी सामस्या बन रहा है। मेरठ शहर की आबोहवा में प्रदूषण का जहर घुलता जा रहा है।

जिससे आमजन भी परेशान है और इसका मौसम पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। कुछ महीनो पहले हुए सर्वे में भी मेरठ तीसरे नंबर पर आया है। दिल्ली और गाजियाबाद के बाद मेरठ का नंबर तीसरा है। जबकि इस बार दीपावली पर मेरठ भी पहले नंबर पर पहुंच गया था, यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 460 तक पहुंच गया था, जो बहुत ही खराब श्रेणी में आता है। हालात यहां आए दिन बिगड़ते जा रहे हैं। मेरठ में प्रदूषण का स्तर लगातार समस्या बन रहा है।

ये है 10 साल के औसत एक्यूआई के आंकड़े

वर्ष एक्यूआई

2013 190

2014 203

2015 217

2016 225

2017 231

2018 242

2019 252

2020 258

2021 265

2022 272

2023 290

इस कारण से बढ़ता एक्यूआई

10 साल से अधिक समय वाले वाहन सड़कों पर घूम रहे हैं।

जगह-जगह पर जाम की समस्या रहती है, जाम का कोई इंतजाम नहीं।

सबसे ज्यादा सीएनजी और पीएनजी वाहनों का प्रयोग किया जाए।

डीजल के वाहनों का प्रयोग बंद किए जाए।

इंडस्ट्री में भी प्रतिबंधित फ्यूल न जलाया जाए।

जगह-जगह लगे डीजी सेट को भी सीएनजी और पीएनजी में किया जाए।

इंडस्ट्री को मानक के अनुसार चलाए जाए।

स्वास्थ्य के लिए खतरा

बिगड़ती शहर की हवा में पीएम 10 और पीएम 205 का स्तर बढ़ता जा रहा है। इससे सबसे ज्यादा खतरा मानव स्वास्थ्य के लिए रहता है। हवा में उड़ने वाले डस्ट पार्टीकल्स सांसों द्वारा अंदर श्वास नली में पहुंच जाते हैं, जिससे मानव स्वास्थ्य के लिए दिक्कत होती है। सबसे ज्यादा जब छोटे पार्टीकल्स उड़ते हैं तो वह न ऊपर जाते हैं और न ही नीचे हवा में घुलते हैं।

दिन के तापमान में होगी बढ़ोतरी

पिछले पांच दिन से लगातार दिन रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। धीरे-धीरे मौसम बदल रहा है। वर्तमान मौसम को देखते हुए आने वाले सप्ताह में मौसम और भी गर्म दिखेगा। अभी मौसम में ज्यादा परिवर्तन के आसार नहीं है।

मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम आर्द्रता 79 व न्यूनतम 44 प्रतिशत दर्ज की गई। डा. एन सुभाष का कहना है कि आने वाले तीन चार दिन में तापमान बढ़ेगा और दिन में हवा की गति भी शांत होगी।

अलग-अलग टीमें कर रही मॉनिटरिंग

प्रदूषण को लेकर बोर्ड पूरी तरह से गंभीर है। अलग-अलग टीमे बना रखी है, जो मॉनिटरिंग कर रही है। माघ मेले को लेकर करीब 40 इंडस्ट्री पर छापेमारी कर नमूने लिए गए हैं।

जहां पर भी नमूने फेल होंगे, वहां पर बंदी या जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। मानक के अनुसार ही इंडस्ट्री का संचालन होने दिया जाएगा। -अंकित सिंह, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी

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