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लारी-पीजीआई में अव्यवस्था पर जांच के आदेश, मरीजों को जांच के लिए न दौड़ाएं पाठक
लखनऊ न्यूज़: केजीएमयू के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग व पीजीआई में अव्यवस्थाओं का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया है. डिप्टी सीएम ने मरीजों की दिक्कतों के लिए जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
लारी कॉर्डियोलॉजी की इमरजेंसी में बुधवार की रात बाउंसर ने एक मरीज को बाहर रोक लिया था. मरीज की सांसें फूल रही थीं. तीमारदारों ने पुलिस को भी सूचना दी थी. इसके बावजूद मरीज को घंटों भर्ती नहीं किया गया. तीमारदारों के हंगामे के बाद मरीज को भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई थी.
जिसमें गांधी वार्ड में भर्ती मरीजों को ईको जांच के लिए तीन से पांच बार दौड़ाया. ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीज का सिलेंडर तक खाली हो गया. तीमारदार एक और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर गए तब इको जांच हो पाई थी. डिप्टी सीएम ने कुलपति डॉ. बिपिन पुरी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
डिप्टी सीएम ने कहा कि मरीजों की सेहत से खेलने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा. पीजीआई व केजीएमयू प्रशासन दिल के मरीजों की सेहत का खयाल रखें. मरीजों की समय पर जांच हो. ताकि मरीज जल्द ठीक हो सकें. जांच के लिए मरीजों को किसी भी दशा में दौड़ाया न जाए. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने लॉरी कार्डियोलॉजी में अव्यवस्थाओं व हार्ट के मरीज को जांच के लिए कई बार बुलाये जाने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लिया है.
ई-न्यूरो थेरेपी: न्यूरो रोगियों को ठीक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने समूह हिंदुजा के साथ ब्लू प्रिंट तैयार किया. इस थैरेपी से हिंदुजा की सहयोगी स्विस कंपनी माइंडमेज लाभ दे रही है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की बैठक में चर्चा हुई.