उत्तर प्रदेश

स्वर्णजयंतीपुरम में जीडीए के भूखंड खरीदने का मौका

Harrison
20 Sep 2023 11:41 AM GMT
स्वर्णजयंतीपुरम में जीडीए के भूखंड खरीदने का मौका
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उत्तरप्रदेश | जीडीए को स्वर्णजयंतीपुरम में 14 भूखंड रिक्त मिले हैं. इन भूखंडों को बेचने की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि इन भूखंडों को बेचकर प्राधिकरण 10 करोड़ रुपये से अधिक कमा सकता है.
जीडीए ने वर्ष 1998 में स्वर्णजयंतीपुरम आवासीय योजना लॉन्च की थी. फिर 1998 से 2003 के बीच प्राधिकरण ने 1583 भूखंडों की 11 योजनाओं को लॉन्च किया. आवेदकों ने फॉर्म भरकर भूखंड के लिए आवेदन किया और उन्हें खरीद लिया. इसके बाद राशि जमा नहीं करने और छोड़ने के चलते कुछ भूखंडों का आवंटन निरस्त कर दिया. निरस्त 139 प्लॉटों को नियमों की अनदेखी कर प्राधिकरण ने बहाल कर दिया. इसकी शिकायत भाजपा पार्षद राजेंद्र त्यागी ने पहले मेरठ मंडल के कमिश्नर से की. 2011 में हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की थी. कोर्ट में जानकारी देने के लिए जीडीए ने सृजित भूखंड और बेचे गए भूखंडों की संख्या का मिलान किया. इस दौरान उन्हें भूखंडों से अधिक मिली. सर्वे में पता चला कि मौके पर 14 भूखंड खाली पड़े हैं.
रिकॉर्ड में बिकने के साक्ष्य नहीं मिले
जीडीए के अधिकारियों ने सर्वे के बाद इन भूखंड की जानकारी अपने रिकार्ड में देखी तो वहां भी इनकी बिक्री करने का कोई साक्ष्य नहीं मिला. ऐसे में अब प्राधिकऱण इन भूखंडों को बेचेगा, जिससे आय होने की उम्मीद है.
अन्य योजनाओं में भी भूखंड हो सकते हैं खाली
जानकार बताते हैं कि स्वर्णजयंतीपुरम योजना की तरह अन्य योजनाओं में भी भूखंड खाली हो सकते हैं. इसके लिए सभी योजनाओं में सर्वे होना चाहिए ताकि योजना में सृजित किए गए भूखंड और बेचे हुए भूखंडों की जांच की जाए. अगर किसी योजना में भूखंड खाली है, तो उन्हें भी बेचा जा सकता है.
दस करोड़ की आय होगी
जीडीए अधिकारी बताते हैं कि स्वर्णजयंतीपुरम योजना में भूखंडों की मांग लगातार बढ़ रही है. ऐसे में इन भूखंडों को बेचकर प्राधिकरण को दस करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हो सकती है. इसके लिए प्राधिकरण इन्हें नीलामी प्रक्रिया में शामिल करेगा, ताकि बोलीदार ज्यादा से ज्यादा बोली लगाकर इन्हें बेच सके.
स्वर्णजयंतीपुरम योजना में जो भूखंड खाली मिले हैं. उन्हें नीलामी में रखकर बेचा जाएगा, ताकि इन्हें बेचकर प्राधिकरण को आय अर्जित हो सके. -सीपी त्रिपाठी, अपर सचिव, जीडीए
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