उत्तर प्रदेश

70 एसी और 32 कूलर मरीजों के लिए सिर्फ तीन, आईसीयू वार्ड में लगा है एक एसी

Admin Delhi 1
23 Jun 2023 6:48 AM GMT
70 एसी और 32 कूलर मरीजों के लिए सिर्फ तीन, आईसीयू वार्ड में लगा है एक एसी
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प्रतापगढ़ न्यूज़: मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में मरीजों के नाम पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन सुविधाएं मेडिकल अफसरों व कर्मचारियों से होकर मरीजों तक पहुंचने में दम तोड़ दे रहीं हैं. हाल यह हो गए हैं कि छोटे-छोटे कर्मचारी एसी लगाकर बैठ रहे हैं और मरीज घर से कूलर, फर्राटा व हाथ का पंखा लाकर गर्मी से जूझ रहे हैं.

राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में इस समय 70 एयरकंडीशनर व 32 कूलर हैं. मरीजों को सुविधा दिलाने के नाम पर लाखों रुपये बिजली का बिल भरा जा रहा है. लेकिन हकीकत यह है कि 70 एसी में से मरीजों के लिए सिर्फ आईसीयू वार्ड में एक एसी लगाई गई है. जबकि स्टोर कीपर से लेकर बाबू तक के कमरों में एसी चल रही है. इसी तरह 32 में सिर्फ दो कूलर मरीजों के लिए इमरजेंसी वार्ड में चल रहे हैं. इमरजेंसी वार्ड के ही दूसरे रूम व बरामदे में एक भी कूलर नहीं है. पुरुष सर्जिकल वार्ड के दोनों कमरों में एक भी कूलर नहीं चल रहा. मेडिकल वार्ड में मरीजों के लिए रखे चारों कूलर खराब हैं, सिर्फ कर्मचारियों के रूम में रखा कूलर चल रहा है. आयुष्मान वार्ड में मरीजों के लिए एक भी कूलर नहीं है, कर्मचारियों के लिए कूलर चल रहा है.

ठंडा करने की बजाय करंट मार रहा कूलर

मेडिकल वार्ड में 25 नम्बर बेड पर मोहनगंज की लीलावती पांच दिन से भर्ती हैं. उनके बेड के पास लगा कूलर ठंडी हवा नहीं देता. लीलावती ने बताया कि कूलर में पानी भरने को कहती हूं तो कर्मचारी बताते हैं कि उसकी टंकी लीक है. कूलर की बॉडी छू जाने पर करंट का झटका लगता है. कूलर का प्लग भी सॉकेट सहित बोर्ड से इस कदर उखड़कर लटक रहा है कि किसी के लिए भी जानलेवा हो सकता है.

कूलर बनने तक बीत जाएगी गर्मी

कूलर बनाने का आदेश महीने भर पहले ही सीएमएस ने दिया था. मरम्मत का काम शुरू भी हुआ. लेकिन मरम्मत की गति इतनी धीमी है कि पुरुष सर्जिकल वार्ड के चार कूलर बनाने के लिए महीने भर से खोलकर रख दिए गए और अभी तक एक भी कूलर पुरुष सर्जिकल वार्ड में चालू नहीं हो पाया है. चर्चा है कि हर साल मरम्मत के नाम पर लीपापोती कर मोटी रकम डकार ली जाती है.

पर्चा काउंटर का सर्वर डाउन प्रतापगढ., राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में पर्चा ऑनलाइन बनने लगा है. लेकिन काउंटर पर नेटवर्क बाधित होने से कर्मचारियों को काफी परेशानी हुई. मरीजों को हाथ से पर्चा बनाकर दिया गया.

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