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ऑनलाइन शिकायतों के समाधान रिपोर्ट में मिल रहा सिर्फ ‘धोखा’
बरेली न्यूज़: आमजन को बेहतर सुविधा मिले इसके लिए शासन और नगर निगम स्तर पर तमाम सहूलियत दी गई. समस्याओं से परेशान जनता के लिए जनसुनवाई केंद्र खोले गए. जनता को नगर निगम कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ें, इसके लिए स्ट्रीट लाइट, पानी, सड़क और साफ सफाई, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, म्यूटेशन तक की शिकायत ऑनलाइन करने की व्यवस्था भी की. बावजूद इसके निगम के कार्यालयों में भीड़ नहीं थम रही है. साफ है कि ऑनलाइन व्यवस्था सिर्फ नाम भर की है. जब तक लोग कार्यालय के चक्कर नहीं लगाते हैं, उनका काम नहीं होता है.
जनता हित के लिए शासन ने ऑनलाइन सिस्टम को अपडेट किया. अधिकारियों को निर्देश दिए जनता परेशान न हो, मगर नगर निगम कहां सुधरने वाला है. अफसर हो या बाबू उन्हें जो ठीक लगेगा वो ही करते हैं. जनता ऑनलाइन शिकायत कर दें मगर निस्तारण तो बाबू की टेबल से ही होता है.
कोई काम सौ फीसदी ऑनलाइन नहीं
नगर निगम में अभी तक शायद ही कोई एक काम ऐसा हो जिसे पूर्णत ऑनलाइन किया जा सका हो. इस साल भी ऑनलइन टैक्स जमा नहीं हो सका. नगर निगम में अकाउंट का काम भी पूरी तरह पेपर लैस नहीं है. अधिकारी, कर्मचारी प्रशिक्षण के बाद भी कम्प्यूटर का काम नहीं कर पा रहे.
ये सुविधाएं ऑनलाइन
म्यूटेशन (नामांतरण), कर निर्धारण, हाउस टैक्स, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, ट्रेड लाइसेंसिंग, आरटीआई, शिकायत, विकास कार्यों के टेंडर आदि ऑनलाइन मिलने वाली सुविधाएं हैं लेकिन व्यवस्था गड़बड़ होने से जनता परेशान है.
रिकॉर्ड महफूज नहीं
अगर आपके बच्चे का जन्म वर्ष 2009 से पहले हुआ और आपने वर्ष 2010 से 2012 तक के बीच का जन्म प्रमाणपत्र बनवा लिया है लेकिन आपको दोबारा जन्म प्रमाणपत्र बनवाना होगा. पहले का रिकॉर्ड तक नगर निगम में महफूज नहीं है.
म्यूटेशन को पहले चक्कर लगाओ तब पास होगी फाइल
नगर निगम में सबसे बड़ा खेल म्यूटेशन की फाइलों को लेकर होता है. नियम के हिसाब से जो चलता है वो नगर निगम के चक्कर ही लगाता है. ऑन लाइन शिकायत हो या फिर ऑफलाइन अफसरों से लेकर बाबुओं को चिंता नहीं है. जिसने फाइल को पास कराने के लिए चढ़ावा चढ़ा दिया उसकी फाइल सबसे पहले होती है. हर महीने म्यूटेशन की एक जोन में 15 से 20 फाइलें होती है.
टालमटोल वाला है रवैया
सिकलापुर नाले पर अतिक्रमण, कब्जे की शिकायत एक नहीं सैकड़ों बार हुई. बदायूं रोड स्थित एक नाली पर पक्का निर्माण किए जाने की शिकायत हुई. इन शिकायतों का मामला विभाग एक दूसरे पर टालमटोल करते रहे. वहीं आजमनगर के निवासी इरफान ने पाइप लाइन बिछाने के बाद टूटी सड़क की शिकायत की थी. जवाब मिला था कि सड़क का काम चल रहा है. जबकि अभी तक सड़क अधूरी पड़ी है. इसी तरह जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर भी शिकायतें ऐसे ही पड़ी है.