उत्तर प्रदेश

छावनी परिषद चुनाव में सिर्फ भाजपा ने उतारा था प्रत्याशी

Admin Delhi 1
22 Feb 2023 9:09 AM GMT
छावनी परिषद चुनाव में सिर्फ भाजपा ने उतारा था प्रत्याशी
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इलाहाबाद न्यूज़: वर्ष 2016 में छावनी परिषद के चुनाव में राजनीतिक दलों को पहली बार पार्टी के सिंबल पर प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाने की छूट मिली थी. उम्मीद थी कि सभी पार्टियां सात वार्डों के चुनाव में प्रत्याशी उतारेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव में प्रत्याशी उतारा. कांग्रेस, सपा, बसपा से जुड़े प्रत्याशी निर्दल के तौर पर चुनाव लड़े.

भाजपा ने सातों सीट पर प्रत्याशी उतारा. भाजपा की तत्कालीन महानगर इकाई ने पार्टी प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. इसके बाद भी सात में छह सीटें निर्दलियों की झोली में चली गई. वार्ड नंबर तीन से भाजपा के जानीबाबू सोनकर ही जीत पाए. चुनाव से ठीक पहले जानी बाबू सोनकर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े क्षेत्र के दिग्गज नेता जेपी शर्मा हार गए थे. चुनाव में वार्ड एक से कुसुमलता, दो से जितेंद्र कुमार, तीन से जॉनीबाबू सोनकर, चार से मुकेश यादव, पांच से रंजना, छह से प्रीति सोनकर और वार्ड सात से अरुण सोनकर विजयी हुए. अरुण सोनकर ही छावनी बोर्ड के उपाध्यक्ष चुने गए.

इस बार भी चुनाव में प्रत्याशियों को उतारने पर मंथन करेगी पार्टियां

रक्षा मंत्रालय ने प्रयागराज समेत देश के 57 छावनी परिषदों में 30 अप्रैल को चुनाव कराने की घोषणा कर दी है. छावनी बोर्ड के सात सदस्यों का कार्यकाल 10 फरवरी 2021 में समाप्त हो गया. दो साल से अधिक इंतजार के बाद चुनाव की घोषणा हुई है. इस बार भी प्रत्याशी पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ सकेंगे. प्रत्याशियों को चुनाव में उतारने को लेकर सभी राजनीतिक दल मौन हैं. भाजपा, कांग्रेस व सपा 15 मार्च तक प्रत्याशी उतारने परनिर्णय ले सकते हैं.

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