उत्तर प्रदेश

सरकारी योजनाओ का लाभ दिलाने के नाम पर गरीबों के खातों से ऑनलाइन सट्टे का लेनदेन

Admindelhi1
1 April 2024 6:51 AM GMT
सरकारी योजनाओ का लाभ दिलाने के नाम पर गरीबों के खातों से ऑनलाइन सट्टे का लेनदेन
x
बैंक खाता के बदले महिलाओं को भी पांच से दस हजार रुपये मिलता था

गोरखपुर: सरकारी योजनाओ का लाभ दिलाने के नाम पर गरीबों का खाता खुलवा कर ऑन लाइन गेम/सट्टा से करोड़ों के लेनदेन में पुलिस ने गोरखपुर और सिद्धार्थनगर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मुम्बई में रहने वाले सरगना सहित अन्य की तलाश जारी है. जांच में सामने आया है कि बैंक खाता के बदले महिलाओं को भी पांच से दस हजार रुपये मिलता था. हालांकि उन्हें यह पैसा किसी सरकारी योजना का बता कर दिया जाता था.

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि ऑन लाइन गेमिंग/बेटिंग का पैसा मांगाने के लिए ढेर सारे बैंक खातों की जालसाजों को जरूरत होती है. गोरखपुर में यह जिम्मेदारी कोतवाली क्षेत्र के पुर्दिलपुर निकट ओम आर्किड निवासी संजय चौरसिया और सिद्धार्थनगर में खेसरहा कड़जा निवासी अजय ठाकुर को मिली थी. दोनों ने गरीब और कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को झांसे में लेकर उनके बैंक खाते खुलवाए. दोनों जालसाजी से उन खातों का प्रयोग स्वयं करते हुए बड़े पैमाने पर पैसों का लेनदेन करने लगे. पैसे खाते से निकाले जाते और अन्य माध्यम से मुम्बई सहित अन्य जगहों पर भेजे जाते थे. एसएसपी ने बताया कि दोनों ने जिनके खाता खुलवाया उन्हें बताया कि वे सरकारी योजना का लाभ दिलाएंगे. बैंक खाते के बदले उन्होंने पांच से दस हजार रुपये कुछ खाता धारकों को प्रति महीना दिया. लक्ष्मीना नामक एक खाता धारक ने अपने रिश्तेदार के माध्यम से बैंक खाते की जांच कराई तो पूरा खेल सामने आया. एसएसपी ने बताया कि खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार का इनाम दिया गया है.

बिहार की महिला ने संजय और अजय पर दर्ज कराया केस बिहार गोपालगंज, भोरे के सिसई ओझा टोला निवासी लक्ष्मीना देवी पत्नी भीम सिंह ने शाहपुर असुरन स्थित जेमिनी अपार्टमेंट में रहने वाले संजय चौरसिया और उसके साथी अजय ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज कराया है. लक्ष्मीना, संजय चौरसिया के यहां झाडू पोछा करती थी. संजय का आफिस और दुकान गोलघर स्थित काली मंदिर के पीछे है. उसी आफिस में संजय का दोस्त अजय ठाकुर रहकर खुद तथा अन्य लोगों को बुलाकर लैपटाप व मोबाइल पर काम करता था. संजय ने लक्ष्मीना के अलावा सीमा, माया, फुलमति, मोतीलाल व रामानन्द के खाते खुलवाए. ये खाते मेडिकल रोड स्थित इण्ड्सइण्ड बैंक में खुलवाए गए. वह हर महीने 5 हजार रुपये लक्ष्मीना को दिया करता था. लक्ष्मीना ने बताया कि वह गांव गई और अपने रिश्तेदार से लोन लेने के सबंध में बातचीत की तो उसने खाता नम्बर मांगा. रिश्तेदार ने बैंक खाता चेक कराया और बताया कि उसके खाते में बहुत पैसा आया गया है. इसके बाद लक्ष्मीना डर गई. संजय से इस पैसे के संबंध में पूछा तो उसने जान से मारने की धमकी दी.

आरोपितों ने बतायासंजय और अजय ने बताया कि सट्टा खेलाने वाले रेड्डी अन्ना आनलाइन पोर्टल व मोबाइल एप में पैसे का लेनदेन किया जाता.

Next Story