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नोएडा न्यूज़: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के क्रियान्वयन के लिए सभी विभाग जिलास्तर पर एक मंच पर काम करेंगे. उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिलास्तर पर कौशल विकास पर काम किया जाएगा. एक जिला एक कौशल कार्यक्रम शुरू करने को तकनीकी शिक्षा विभाग विद्यार्थियों का हुनर परखने के लिए खाका तैयार कर रहा है. इसके आधार पर विशेष शिक्षा जोन बनाए जाएंगे.
मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार डॉ. डीपी सिंह ने सेक्टर-91 पंचशील बालक इंटर कॉलेज में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षा प्रणाली में बदलाव किया जा रहा हैं. नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और युवाओं को आत्मज्ञान देना हैं. इसके लिए हर जिले में एक जिला-एक उत्पाद योजना की तर्ज पर एक जिला-एक कौशल कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया गया हैं. प्रत्येक जिले में किसी एक कौशल में युवाओं का हुनर परखने की योजना पर काम चल रहा है. इसके लिए सलाहकार के तौर पर वह हर जिले में जाकर बेसिक, माध्यमिक, उच्च, टेक्निकल और व्यावसायिक शिक्षा विभाग के साथ बैठक कर रोजगार के नए अवसरों पर चर्चा कर रहे हैं.
डीएम हर माह करेंगे अफसरों के साथ बैठक नई शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर जिलास्तर पर प्रत्येक माह डीएम की अध्यक्षता में बैठक की जाएगी. डॉ. डीपी सिंह ने इसके लिए स्पष्ट आदेश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को एनईपी के क्रियान्वयन को लेकर सरकार के विजन के बारे में जानकारी दी और अधिकारियों से जमीनी स्तर पर आ रही दिक्कतों के बारे में जानकारी प्राप्त की.
सरकारी स्तर पर स्कूल में मूलभूत सुविधाओं से लेकर शिक्षकों, शिक्षण गुणवत्ता इत्यादि पर जानकारी हासिल की. बैठक में डीएम मनीष वर्मा, एसडीएम कोमल पंवार, बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी, डीआईओएस डॉ. धर्मवीर सिंह, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. राजीव गुप्ता, राजकीय आइटीआइ के प्राधानाचार्य किशन स्वरूप और कौशल विकास समन्वयक आशीष पटेल मौजूद रहे.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के क्रियान्वयन के लिए सभी विभाग जिलास्तर पर एक मंच पर काम करेंगे. उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिलास्तर पर कौशल विकास