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मथुरा न्यूज़: शिक्षक भर्ती घोटाले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है. वर्ष 2018 में प्रकाश में आए शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित एक व्यक्ति को महावन पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
विदित हो कि वर्ष 2018 में शिक्षक भर्ती घोटला प्रकाश में आया था. इससे शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया था. मामले की जांच एसटीएफ को मिली तो शिक्षक भर्ती घोटाले की पर्ते उधड़ना शुरू हो गई थी. तब एसटीएफ ने शिक्षक रविन्द्र व तत्कालीन पटल सहायक महेश शर्मा के साथ मिल कर शिक्षकों की भर्ती कराने के आरोप में चिदानंद उर्फ चेतन सारस्वत को गिरफ्तार किया था. चेतन सारस्वत जमानत पर छूट गया था. शिक्षक भर्ती घोटाले के प्रमुख आरोपियों में से चेतन सारस्वत पर भर्ती घोटाले में थाना नौहझील, शेरगढ़, बरसाना व महावन में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. थाना महावन के कारब के रहने वाले चेतन सारस्वत को महावन पुलिस ने की शाम फिर से गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों की मानें तो वर्ष 2018 में गणित, विज्ञान शिक्षक भर्ती में 108 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. उनमें से आठ शिक्षकों के पते व बल्दियत बदल दी गई थी, जिससे पुलिस उन तक ना पहुंच सके. पुलिस काफी समय से उन शिक्षकों को ट्रेस करने में लगी हुई थी, लेकिन नाम पता व वल्दियत गलत होने के कारण पुलिस उन शिक्षकों तक नहीं पहुंच पा रही थी. पुलिस को जानकारी मिली कि ये शिक्षक फर्जी तरीके से भर्ती कराए गए थे. सूत्रों का कहना है कि पुलिस को इसकी सूचना मिली है कि जिन शिक्षकों को वह ढूंढ रही है उसमें से अधिकतर शिक्षक चेतन सारस्वत के परिचित बताए जा रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि चिदानन्द उर्फ चेतन अपने साथी रविन्द्र सिंह व महेश शर्मा के साथ मिलकर फर्जी शिक्षक भर्ती प्रकरण में मध्यस्थता करता था.