उत्तर प्रदेश

मौनी अमावस्या पर गंगा घाटों पर उमड़ा आस्‍था का सैलाब

Shantanu Roy
21 Jan 2023 2:20 PM GMT
मौनी अमावस्या पर गंगा घाटों पर उमड़ा आस्‍था का सैलाब
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बड़ी खबर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेला-2023 के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर सुबह से ही पावन त्रिवेणी के साथ-साथ 18 स्नान घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई। प्रयागराज में जहां अब तक एक करोड़ से अध‍िक श्रद्धालु आस्‍था की डुबकी लगा चुके हैं। वहीं अयोध्‍या काशी में भी भक्‍तों के आस्था की डुबकी का सिलसिला जारी है। इस भव्य माहौल को तस्वीरों में कैद किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या पर अयोध्‍या, काशी, प्रयागराज में उमड़े आस्‍था के सैलाब की अदभुत तस्वीरें ट्वीटर पर सांझा की है।
सर्दी के मौसम में रात में दो बार गरज के साथ बारिश भी हुई, जिस ने श्रद्धालुओं की कुछ समस्याएं बढ़ा दी, लेकिन इसके बावजूद भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई और श्रद्धालुओं की आस्था मौसम पर भी भारी पड़ गई। श्रद्धालुओं में एक अलग ही ऊर्जा देखने को मिल रही है। बता दें कि माघ महीने (Magh month) के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) कहा जाता है। मौनी अमावस्या पर मौन रहकर पवित्र नदी या जलकुंड में स्नान और दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि मौनी अमावस्या पर दान-स्नान करने से इंसान के सारे पाप मिट जाते हैं और उसे उसके मन चाहे फल की प्राप्ति होती है।
मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज के संगम में स्नान करना भी बहुत लाभकारी बताया गया है। जिसके चलते सुबह 5 बजकर 8 मिनट पर अमावस्या तिथि लगते ही पावन त्रिवेणी के साथ-साथ 18 स्नान घाटों पर लोगों ने पुण्य की डुबकी लगानी शुरू कर दी है। इस कड़ाके की ठंड के मौसम में धरती पर उतरे 33 कोटि देवताओं को साक्षी मान कर लोग इहलोक, परलोक तारने के लिए मनौती मांग रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु हाथ में तिल, अक्षत इत्यादि के साथ आधी डुबकी लगा रहे हैं।‌ इसी के चलते करीब 10 लाख श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाकर दान इत्यादि कर चुके हैं। स्नान उपरांत घाटों पर यथा सामर्थ्य दान, गो-दान किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित कराया जा रहा है। सारा माहौल भक्तिमय हो चुका है।
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